गोरखपुर
खजनी तहसील में यूरिया की किल्लत, ब्लैक मार्केट से खाद मिलने पर किसान परेशान
गोरखपुर। रबी सीज़न जल्द आरम्भ होने की स्थिति में खजनी तहसील के कई गांवों—सतुआभार, बिगही, टिकरिया, डोडो, बसियाखोर, रुद्रपुर, खुटहना और हरनहीं—में यूरिया की भारी कमी ने किसानों को विवश कर दिया है। बारिश के बाद धान की फसल में खाद की आवश्यकता विशेष रूप से बढ़ गई है, पर किसानों को सरकारी गोदामों या स्टोर्स से खाद नहीं मिल रही है और बाजार में बोरी दोगुनी कीमत पर ब्लैक मार्केट के जरिये बेची जा रही है।
डोडो चौराहे पर मद्देशिया भंडार से कालाबाज़ारी की शिकायतें हैं, जबकि सतुआभार के एक स्टॉकिस्ट ने बताया कि उन्हें डीओ (डिमांड ऑर्डर) तक उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है, जिससे विक्रेता भी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
हालात ये हैं कि खेतों में नमी होने के कारण बुवाई के लिए अनुकूल समय है पर खाद की कमी से बुवाई प्रभावित होने का भय व्याप्त है और निर्धन व छोटे किसान सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं।
किसानों का कहना है कि सरकारी व्यवस्था भरोसेमंद नहीं रह गई है, और बिना उचित हस्तक्षेप के बुवाई और फसलों पर इसका प्रतिकूल असर पड़ेगा। इस बीच किसानों ने प्रशासन से तुरन्त दखल कर सप्लाई सुनिश्चित करने, कालाबाज़ारियों के खिलाफ कार्रवाई करने और स्टॉकिस्ट्स को आवश्यक डीओ जारी करने की मांग की है, वरना क्षेत्र में असंतोष और आंदोलन की आशंका जताई जा रही है।
