वाराणसी
किशोर अपराध में आयी कमी, पुलिस कर रही काउंसिलिंग और शिक्षा पर जोर
वाराणसी में किशोर अपराध का ग्राफ लगातार घट रहा है। चोरी, मारपीट और वाहन चोरी की घटनाओं में बीते दो वर्षों में कमी दर्ज की गई है। हालांकि, छेड़खानी के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। 2024 में अब तक 92 किशोर पकड़े गए हैं, जबकि 2023 में यह संख्या 118 थी।
दो वर्षों के आंकड़े बताते हैं बदलाव
कमिश्नरेट पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में दुष्कर्म के 13 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 2024 में यह संख्या घटकर 9 हो गई। वाहन चोरी के मामलों में भी कमी आई है। 2023 में वाहन चोरी के 37 मामले थे, जबकि 2024 में अब तक 20 मामले ही सामने आए हैं।
छेड़खानी के मामलों में बढ़ोतरी
2023 में छेड़खानी के केवल 2 मामले थे, लेकिन 2024 में यह बढ़कर 5 हो गए। वहीं, चोरी के मामलों में भी कमी आई है। 2023 में 38 मामले थे, जबकि 2024 में यह संख्या 29 हो गई। मारपीट के मामलों में स्थिरता रही और दोनों वर्षों में 29-29 केस दर्ज हुए।
पुलिस कर रही काउंसिलिंग और शिक्षा पर जोर
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि किशोर अपराध रोकने के लिए काउंसिलिंग की जा रही है। बच्चों को शिक्षा की ओर प्रेरित किया जा रहा है ताकि उन्हें सही दिशा दी जा सके। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कहा कि नाबालिगों से श्रम न कराया जाए, यह सुनिश्चित करने के लिए ईंट-भट्ठों और अन्य कार्यस्थलों पर नजर रखी जा रही है।
बाल गृहों में किशोरों की देखभाल
रामनगर के राजकीय बाल गृह (बालक) में इस समय 44 नाबालिगों की देखरेख हो रही है। ये बच्चे लावारिस हालत में पुलिस को मिले थे। वहीं, राजकीय संप्रेक्षण गृह (बालक) में 93 किशोर हैं, जो आपराधिक गतिविधियों में लिप्त पाए गए थे। पुलिस का प्रयास है कि इन बच्चों को अपराध मुक्त जीवन जीने का अवसर दिया जाए और उन्हें समाज की मुख्यधारा में जोड़ा जाए।