अपराध
काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र में फायरिंग करने वाले पांच आरोपियों पर गैंगस्टर
सपा नेता पर 38 हमलावरों ने किया था हमला
वाराणसी | काशी विश्वनाथ मंदिर क्षेत्र के मीरघाट में 30 जून को हुई फायरिंग और दहशत फैलाने की घटना में शामिल पांच आरोपियों पर पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट लगाया है। मामले में नामजद पांचों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है। पुलिस ने इस गैंग को नया नाम भी दिया है और इनके खिलाफ पहले से दर्ज मुकदमों को गैंगस्टर एक्ट में शामिल किया गया है।
30 जून की घटना का विवरण
सपा नेता विजय यादव पर 30 जून 2024 को मीरघाट इलाके में उनके घर पर जानलेवा हमला हुआ। घटना को अंजाम देने के लिए 38 हमलावर एक मोटर बोट में असलहे, लाठियां और धारदार हथियार लेकर आए थे। विजय यादव के घर पहुंचते ही हमलावरों ने गालियां देते हुए पथराव और फायरिंग शुरू कर दी।
हमलावरों ने करीब 15-20 राउंड फायरिंग की, जिससे मोहल्ले में दहशत फैल गई। आसपास के लोग डर के मारे अपने घरों में बंद हो गए। विजय यादव और उनके परिवार के तीन सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें BHU ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया।
CCTV फुटेज ने खोला राज
पुलिस ने घटना के बाद सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिससे हमलावरों की संख्या और उनकी गतिविधियां स्पष्ट हुईं। सपा नेता की तहरीर पर पांच नामजद और 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ दशाश्वमेध थाने में मामला दर्ज किया गया।
पुलिस ने बुधवार को केस के एक आरोपी प्रशांत यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया
गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई
घटना के मुख्य आरोपियों में गोविंद यादव, अंकित यादव, साहिल यादव, शिवम शर्मा और शोभित शर्मा शामिल हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत चार्ट तैयार किया है।
आरोपियों की सूची:
1. गोविंद यादव: निवासी सुतटोला, रामघाट कोतवाली।
2. अंकित यादव: निवासी मिसिरपोखरा, लक्ष्मीकुंड।
3. साहिल यादव उर्फ अतुल यादव: निवासी सूजाबाद, रामनगर।
4. शिवम शर्मा: निवासी शीतला गली, सिद्धेश्वरी चौक।
5. शोभित शर्मा: निवासी शीतला गली, थाना चौक।
हमलावर और पीड़ित, दोनों पक्ष हैं हिस्ट्रीशीटर
हमले के आरोपी और पीड़ित, दोनों ही हिस्ट्रीशीटर हैं। सपा नेता विजय यादव और उनके छह भाइयों का परिवार मीरघाट स्थित तिमंजिले मकान में रहता है। उनका पुराना विवाद कुख्यात बदमाश और पूर्व पार्षद बंशी यादव के परिवार से चल रहा है।
बंशी यादव की 2004 में जेल में हत्या कर दी गई थी। उसके बेटे अंकित यादव ने 2017 में पार्षद का चुनाव जीता था। इसी वर्चस्व की लड़ाई के चलते यह हमला हुआ।
घटना के बाद पुलिस ने प्रशांत यादव समेत अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मामले की जांच और सख्त कार्रवाई के लिए पुलिस सक्रिय है।