वाराणसी
काशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा के लिए मिलेंगे बुलेट प्रूफ वाहन
गंगा द्वार पर मोटरबोट से की जाएगी पेट्रोलिंग
वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए मंडलायुक्त सभागार में शनिवार को स्थायी सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में सुरक्षा से जुड़े कई अहम फैसले लिए गए। समिति ने यह तय किया कि सुरक्षा कर्मियों को श्रद्धालुओं के प्रति विनम्र व्यवहार के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इस कार्य के लिए दक्ष निजी संस्थाओं की मदद ली जाएगी ताकि सुरक्षा कर्मियों के दुर्व्यवहार की शिकायतों को रोका जा सके।
तकनीक और मॉक ड्रिल पर जोर
बैठक में यह निर्णय हुआ कि सुरक्षा व्यवस्था में तकनीक का अधिकतम उपयोग किया जाएगा। धाम परिसर में समय-समय पर मॉक ड्रिल आयोजित करने पर भी जोर दिया गया ताकि आपात स्थिति में सुरक्षा बल पूरी तरह तैयार रहें। चेकिंग व्यवस्था को श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक बनाने के निर्देश दिए गए।
सुरक्षा को और सुदृढ़ करने के लिए शासन स्तर से बुलेट प्रूफ वाहन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया। वहीं, गंगा द्वार से मोटरबोट के जरिए निगरानी और पेट्रोलिंग पर सहमति बनी।
सुरक्षा बलों को सतर्क रहने का निर्देश
बैठक से पहले स्थायी सुरक्षा समिति के सदस्यों ने श्री काशी विश्वनाथ धाम और ज्ञानवापी परिसर का निरीक्षण किया। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था में तैनात पुलिस, पीएसी और सीआरपीएफ जवानों से बातचीत की गई और उन्हें ड्यूटी के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए।
बैठक में निर्णय लिया गया कि सुरक्षा व्यवस्था को श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक और प्रभावी बनाने के हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। धाम परिसर में सभी गतिविधियों की निगरानी के लिए तकनीकी उपकरणों को बढ़ाने पर भी सहमति बनी।
स्थायी सुरक्षा समिति के इन निर्णयों से श्री काशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था और बेहतर होने की उम्मीद है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के साथ-साथ उनकी सुविधा सुनिश्चित करना समिति की प्राथमिकता है।