वाराणसी
काशी में भगवान की तस्वीरों का अपमान, किन्नर समाज ने जताया कड़ा विरोध

वाराणसी। स्वच्छता अभियान के नाम पर काशी में एक गंभीर विवाद खड़ा हो गया है। शहर की दीवारों पर बनाए गए भगवान की तस्वीरों के ऊपर शौचालयों का निर्माण कर दिया गया है, जिससे स्थानीय लोगों और धार्मिक संगठनों में आक्रोश फैल गया है। इससे भी अधिक अपमानजनक स्थिति यह है कि इन तस्वीरों पर पान और गुटखा खाकर थूकने की घटनाएं सामने आई हैं।
इस मामले में किन्नर समाज ने कड़ा विरोध जताया है। समाज की प्रमुख नेता सलमा किन्नर ने इसे भगवान का अपमान बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। सलमा किन्नर ने कहा, “भगवान का स्थान मंदिरों और पवित्र स्थलों पर होता है, न कि गंदी जगहों पर। इस तरह की घटनाएं न केवल हमारी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती हैं, बल्कि समाज में गलत संदेश भी देती हैं।”
सलमा किन्नर के साथ ज़िशानी किन्नर, चांदनी किन्नर, पूजा किन्नर, रूबी किन्नर और अन्य किन्नर नेताओं ने भी इस मुद्दे पर अपनी आवाज बुलंद की है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि इन तस्वीरों को तुरंत हटाया जाए और इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।
किन्नर समाज ने स्पष्ट किया है कि अगर प्रशासन इस पर शीघ्र कार्रवाई नहीं करता, तो वे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे। उनका कहना है कि धार्मिक प्रतीकों का अपमान किसी भी हाल में सहन नहीं किया जाएगा।
प्रशासन की ओर से इस मामले में अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यह घटना वाराणसी में चर्चा का प्रमुख विषय बन गई है। स्थानीय नागरिकों का भी मानना है कि भगवान की तस्वीरों का इस तरह उपयोग न केवल अनैतिक है, बल्कि यह स्वच्छता अभियान की भावना के भी विपरीत है।