वाराणसी
कामरेड ऊदल की पुण्यतिथि पर संघर्षों पर आधारित पुस्तक का लोकार्पण

कांग्रेस और वाम दलों ने दी श्रद्धांजलि
वाराणसी। महान क्रान्तिकारी, वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता और कोलअसला विधानसभा से लगातार नौ बार विधायक रहे स्वर्गीय कामरेड ऊदल की 20वीं पुण्यतिथि पर बाबतपुर स्थित धरोहर लॉन में भव्य समारोह का आयोजन हुआ। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव की मौजूदगी में लेखक अवधेश कुमार सिंह द्वारा लिखित कामरेड ऊदल के जीवन संघर्षों पर आधारित पुस्तक का लोकार्पण किया गया।
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में जब नैतिक मूल्यों का पतन हो रहा है, तब कामरेड ऊदल का जीवन समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय दिलाने की प्रेरणा देता है। उन्होंने एक ही दल और चुनाव चिन्ह से लगातार नौ बार जनता का प्रतिनिधित्व कर मिसाल कायम की। उनका सादा जीवन और उच्च विचार आज भी गरीब, मजदूर और किसानों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने वालों के लिए आदर्श हैं। उन्होंने कहा कि जिनके लिए कामरेड ऊदल ने संघर्ष किया, आज वही वर्ग सरकारी नीतियों के कारण शिक्षा और अधिकारों से वंचित हो रहा है, सरकारी स्कूलों को बंद करने की साजिश रची जा रही है।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव कामरेड अरविन्द राज स्वरूप ने केंद्र और राज्य सरकारों पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि निजीकरण की आंधी में सार्वजनिक क्षेत्र नष्ट हो रहा है, बेरोजगारी चरम पर पहुंच गई है और अमीर-गरीब की खाई और गहरी होती जा रही है।
कार्यक्रम में कामरेड ऊदल के संघर्षों के साथी रहे कामरेड बुधिराम प्रजापति, सिद्धि नारायण सिंह बाबा, लालजी पांडेय और मृत्युंजय शर्मा को अंगवस्त्रम और माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, स्व. ऊदल की सुपुत्री रमा ऊदल, सपा के पूर्व मंत्री सुरेन्द्र पटेल, ललई यादव, विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा, आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष कैलाश पटेल, सीपीएम के अनिल यादव, नंदलाल, अमरनाथ राजभर समेत कई दलों के नेता मौजूद रहे।
कार्यक्रम का संचालन कम्युनिस्ट नेता फूलचंद यादव ने किया। समारोह में बड़ी संख्या में वामपंथी कार्यकर्ता, कांग्रेस, सपा, आप और अन्य दलों के नेता उपस्थित रहे जिन्होंने कामरेड ऊदल के योगदान को अविस्मरणीय बताया।