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वाराणसी

करोड़ों का गबन करने वाले आरोपी ने किया सरेंडर

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वाराणसी। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के छह करोड़ के गबन के आरोपी लेखाकार केशवेंद्र द्विवेदी ने चितईपुर थाने की पुलिस को चकवा देकर शुक्रवार को पवन सिंह (एसीजेएम तृतीय) की अदालत में सरेंडर कर दिया। सरेंडर होने के बाद अदालत ने आरोपी को 14 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।

आपको बता दें कि, प्रयागराज के खुल्हाबाद का मूल निवासी और वर्तमान में वाराणसी के रोहनिया क्षेत्र स्थित आलोक नगर कॉलोनी सगहट में रहने वाले केशवेंद्र द्विवेदी के खिलाफ 5 अप्रैल को चितईपुर थाने में 6 करोड रुपए के गबन के आरोप में डिस्कॉम मुख्यालय के लेखाधिकारी अजीत कुमार जायसवाल ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमे की जानकारी होते ही आरोपी केशवेंद्र अंडरग्राउंड हो गया था।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मुकदमा दर्ज करने वाले अजीत कुमार जायसवाल ने बताया कि, ग्रामीण विद्युतीकरण के लिए हैदराबाद की कंपनी मेसर्स एनसीसी लिमिटेड कार्यादायी संस्था है। फर्म ने बताया कि उसका भुगतान 3 अप्रैल तक बैंक खाते में नहीं किया गया। फर्म की सूचना पर पता करने पर सामने आया कि पैसा केनरा बैंक स्थित उसके खाते में न जमा कर इंडियन बैंक के अकाउंट में जमा किया गया है। इंडियन बैंक ने बताया कि जिस अकाउंट में पैसा आया है वह केशवेंद्र द्विवेदी का है।

सरेंडर करने के बाद केशवेंद्र से विभागीय अफसरों ने पूछताछ की तो उसने स्वीकार किया कि, निगम के चार करोड़ दो लाख 40 हजार 198 रुपये बचत खाते में ट्रांसफर कर लिया था। तो वहीं चितईपुर पुलिस ने बताया कि, केशवेंद्र के पास से कुछ पैसे विभाग से रिकवर किए है, बाकी के पैसे और अब तक कुल कितने पैसे का गबन किया गया है ? इसके पूछताछ के लिए केशवेंद्र को अदालत की अनुमति से कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की तैयारी की जा रही है।

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