वाराणसी
करंट लगने से किशोर और किशोरी की गई जान, पीड़ित परिजनों ने की मुआवजे और कार्रवाई की मांग

रिपोर्ट – शुभम कुमार सिंह
वाराणसी। मानसून के दस्तक देने से भले ही लोगों को राहत मिल रही हो, लेकिन पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के चलते शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जल जमाव हो गया है। जिसकी वजह से लोगों को आने-जाने में काफी असुविधा हो रही है। इस दौरान बिजली के खंभों में भी करंट प्रभावित हो रहा है। इसके अलावा शहर में जगह-जगह लटकते तारों के वजह से भी कुछ दिन पहले दो लोगों की जान चली गई थी।
ताजा मामला वाराणसी के सूजाबाद क्षेत्र का है। मुकेश यादव नामक 14 वर्षीय बालक की रविवार को करंट लगने से मौत हो गई। वह रविवार की सुबह साइकिल से दूध लेकर घर से निकला था। 100 मीटर की दूरी पर पहुँचने पर वह सीमेंट के बिजली के खम्भे में उतर रहे करंट की चपेट में आ गया और खम्भे से चिपक कर तड़पने लगा। ग्रामीणों ने उसे तड़पते हुए देखा और तुरंत लाठी के सहारे उसे खंभे से हटाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने तत्काल मुकेश यादव को नजदीकी अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी होते ही मुकेश के परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बगैर ही शव की अंत्येष्टि कर दी।
मुकेश के पिता बबलू यादव ने बताया कि, “मुकेश पढ़ाई में बहुत ही होशियार था। वह पढ़ने के अलावा गांव में ही दूध बेचने का काम भी करता था। मुकेश अपने परिवार में दो भाई और एक बहन में सबसे छोटा था।”
तो वहीं दूसरी घटना राजातालाब थाना के सरैया गांव में घटित हुई। अजय बिंद की बेटी पारो (16) घर से घास काटने के लिए जक्खिनी की ओर निकली थी। खेत में ही कटे पड़े हुए तार की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। पारो तीन बहन और तीन भाई में तीसरे नंबर पर थी।
इस घटना के संदर्भ में ग्रामीणों ने बताया कि, “जक्खिनी में बीते दो महीने से जमीन पर बिजली का खंभा गिरा पड़ा था। इसके चलते उसका इंसुलेटेड तार भी जमीन पर गिरा पड़ा था और उसी के सहारे कई घरों में विद्युत आपूर्ति होती है। बिजली विभाग ने ध्यान नहीं दिया। पारो उसी तार में प्रवाहित हो रहे करंट की चपेट में आ गई और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।”
घटना से गुस्साए परिजनों ने शाम चार बजे शव को राजातालाब-जक्खिनी मार्ग पर रखकर प्रदर्शन करते हुए सरकार से मुआवजे और बिजली कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। अधिकारियों के आश्वासन पर ग्रामीण और परिजन जैसे-तैसे शांत हुए।
इस संबंध में अधिशासी अभियंता मनोज झा ने बताया कि, “उन्हें घटना की जानकारी मिली है। विद्युत विभाग के अवर अभियंता और एसडीओ को मौके पर भेजा है।”