राज्य-राजधानी
‘ऑपरेशन केलर’ बना आतंकियों का काल, छः आतंकी ढेर
श्रीनगर। देश के खिलाफ साजिश रचने वालों को भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब देने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के बाद अब सेना ने कश्मीर घाटी में छिपे आतंकियों के सफाए के लिए ‘ऑपरेशन केलर’ छेड़ा है। 13 मई से शुरू हुए इस ऑपरेशन में मात्र 48 घंटे में छह खूंखार आतंकियों को ढेर कर दिया गया है।
पहली मुठभेड़: शोपियां का हीरपोरा बना आतंकियों की कब्र
13 मई को शोपियां जिले के हीरपोरा इलाके में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया। मारे गए आतंकियों की पहचान इस प्रकार हुई:
शाहिद अहमद कुट्टे: लश्कर-ए-तैयबा का ऑपरेशनल चीफ कमांडर। वर्ष 2023 से सक्रिय। पहलगाम, कुलगाम और शोपियां में कई आतंकी घटनाओं में संलिप्त। 26 अप्रैल को उसका घर ध्वस्त किया गया था।
अदनान शफी डार: C श्रेणी का आतंकी। अक्टूबर 2024 में संगठन में शामिल हुआ। एक प्रवासी मजदूर की हत्या में शामिल।
एहसान उल हक शेख: पुलवामा निवासी, LeT से जुड़ा हुआ। भारी मात्रा में हथियार व गोला-बारूद बरामद।
दूसरी मुठभेड़: त्राल के नादर इलाके में जैश के तीन आतंकी ढेर
15 मई को पुलवामा के त्राल उपक्षेत्र के नादर में सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों को मार गिराया:
आसिफ अहमद शेख: जैश का जिला कमांडर, 2022 से सक्रिय। पहलगाम हमले में संलिप्त।
अमीर नजीर वानी: 2024 से जैश से जुड़ा।
यावर अहमद भट्ट: पुलवामा निवासी, जैश का सक्रिय सदस्य।
इन सभी आतंकियों के पास से AK सीरीज की राइफलें, भारी मात्रा में गोला-बारूद, ग्रेनेड और युद्ध सामग्री बरामद की गई। सेना की 15वीं कोर ने बताया कि यह मुठभेड़ खुफिया एजेंसियों और स्थानीय सुरक्षा बलों के आपसी तालमेल का नतीजा है।
भारतीय सेना ने अपने बयान में कहा कि घाटी में आतंक की हर कोशिश को निर्णायक जवाब दिया जाएगा। ऑपरेशन केलर की सफलता इस बात का प्रमाण है कि सुरक्षा बल आतंकवाद के खिलाफ पूरी मजबूती से डटे हैं। सेना का कहना है कि शांति भंग करने की किसी भी साजिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
