वाराणसी
ऑनलाइन गेमिंग में गंवाए 50 हजार, युवक ने रची खुद के अपहरण की साजिश
पुलिस जांच में खुलासा, सड़क किनारे सोकर बिताई रात
वाराणसी। ऑनलाइन गेमिंग में मेहनत की कमाई गंवाने के बाद एक युवक ने खुद के अपहरण की झूठी कहानी रच दी। स्वजन से फिरौती के तौर पर 50 हजार रुपये की मांग की गई। सूचना मिलने पर पुलिस ने तकनीकी जांच के आधार पर पूरे मामले का खुलासा करते हुए युवक को बरामद कर लिया।
आजमगढ़ जनपद निवासी अमित चौहान (19) अहमदाबाद में रहकर छोटा-मोटा काम करता था। कुछ महीनों की मेहनत से उसने 50 हजार रुपये जमा किए थे। इन रुपयों से स्वजन के लिए कुछ बेहतर करने की सोच लेकर वह ट्रेन से अहमदाबाद से वाराणसी के लिए रवाना हुआ। यात्रा के दौरान अकेलेपन में समय बिताने के लिए उसने ऑनलाइन गेमिंग एप पर रम्मी खेलना शुरू किया। शुरुआत में कुछ रुपये जीतने पर उसका हौसला बढ़ा और वह बड़ी रकम लगाकर खेलने लगा। बाद में लगातार हार के चलते उसने पूरी 50 हजार रुपये की रकम गंवा दी।
रुपये गंवाने के बाद वह इस बात से घबरा गया कि घर पहुंचकर स्वजन को क्या बताएगा और कमाई का हिसाब कैसे देगा। इसी दौरान उसने खुद के अपहरण की साजिश रचने का फैसला किया। दोपहर में वाराणसी पहुंचकर उसने अपने मोबाइल से भाभी को फोन किया और बताया कि बदमाशों ने उसका अपहरण कर लिया है तथा 50 हजार रुपये की फिरौती मांग रहे हैं।

सूचना मिलने पर स्वजन ने आजमगढ़ पुलिस को मामले से अवगत कराया। आजमगढ़ पुलिस के संपर्क पर वाराणसी पुलिस ने जांच शुरू की। एसीपी चेतगंज डॉ. ईशान सोनी के निर्देश पर सिगरा थाना प्रभारी संजय मिश्रा, रोडवेज चौकी प्रभारी कुमार गौरव सिंह और टीम ने तकनीकी जांच की। जांच के दौरान युवक के बैंक स्टेटमेंट, कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) और मोबाइल लोकेशन का विश्लेषण किया गया। बैंक खाते से ऑनलाइन गेमिंग एप में 50 हजार रुपये खर्च होने की पुष्टि हुई, जबकि खाते में मात्र 150 रुपये शेष पाए गए। मोबाइल लोकेशन भी वाराणसी में ही मिली।
सर्विलांस की मदद से पुलिस टीम ने अमित चौहान को भुल्लनपुर क्षेत्र से बरामद कर लिया। पूछताछ में युवक ने खुद के अपहरण की साजिश रचने की बात स्वीकार की। उसने बताया कि वह रेलवे ट्रैक के आसपास घूमता रहा और सड़क किनारे सोकर रात बिताई। उसकी योजना फिरौती के रुपये हासिल कर उन्हें घर वालों को अपनी कमाई के रूप में सौंपने की थी।
