गोरखपुर
एडीजी मुथा अशोक जैन की पहल: हर रविवार थानों में होगा “बहू-बेटी सशक्तिकरण कैंप”

गोरखपुर। समाज में महिलाओं को आत्मनिर्भर और जागरूक बनाने के उद्देश्य से गोरखपुर जोन के एडीजी मुथा अशोक जैन के निर्देश पर एक सराहनीय पहल की शुरुआत की गई है। अब प्रत्येक रविवार को जनपद के सभी थानों के अंतर्गत आने वाले किसी एक गांव में “बहू-बेटी सशक्तिकरण कैंप” आयोजित किया जाएगा। इस कैंप का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की बहुओं और बेटियों को आत्मनिर्भरता, सुरक्षा, शिक्षा और सरकारी योजनाओं की जानकारी देकर सशक्त बनाना है।
एडीजी मुथा अशोक जैन ने बताया कि समाज की आधी आबादी को सशक्त बनाना पुलिस और प्रशासन दोनों की प्राथमिकता है। महिलाएं जब जागरूक होंगी, तभी समाज में अपराधों पर नियंत्रण और परिवारों में समानता की भावना मजबूत होगी। इस दिशा में हर थाने को निर्देशित किया गया है कि वह अपने क्षेत्र के किसी गांव में जाकर महिलाओं के बीच संवाद करे, उनकी समस्याओं को सुने और उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ने का प्रयास करे।
निर्देशों के अनुपालन में रविवार को जनपद के सभी थानों में इस अभियान की शुरुआत की गई। पुलिस अधिकारियों और महिला बीट कांस्टेबलों ने गांवों में पहुंचकर बहुओं और बेटियों को उनके अधिकारों, सुरक्षा उपायों, आत्मरक्षा तकनीकों और “महिला हेल्पलाइन 1090”, “चौकीदार एप”, “साइबर सुरक्षा” जैसे विषयों पर जानकारी दी। इसके साथ ही उपस्थित महिलाओं को स्वरोजगार योजनाओं — जैसे स्वयं सहायता समूह, महिला उद्यमिता मिशन और बैंकिंग योजनाओं — से जुड़ने के लिए प्रेरित किया गया।
थाना स्तर पर लगाए गए इन कैंपों में बड़ी संख्या में महिलाओं की सहभागिता देखने को मिली। महिलाएं न सिर्फ अपनी समस्याएं साझा कर रहीं, बल्कि आत्मरक्षा और आत्मनिर्भरता के प्रशिक्षण में भी रुचि दिखा रहीं हैं। स्थानीय प्रशासन ने भी इस पहल को सराहा है और कहा है कि इससे ग्रामीण महिलाओं के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएगा।
एडीजी मुथा अशोक जैन ने स्पष्ट किया कि यह अभियान सिर्फ एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि इसे निरंतर और प्रभावी तरीके से चलाया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य है — “हर गांव में सुरक्षित, शिक्षित और आत्मनिर्भर बहू-बेटी” का सपना साकार करना।