वाराणसी
एडीएम की अध्यक्षता में सामंजस्य बैठक संपन्न, तय हुई रणनीति की दिशा

वाराणसी की कचहरी में अधिवक्ताओं और पुलिस प्रशासन के बीच तनातनी जारी है। अधिवक्ताओं द्वारा लगातार विरोध-प्रदर्शन किए जा रहे हैं। बनारस बार एसोसिएशन को पूर्वांचल समेत 60 बार एसोसिएशन का समर्थन प्राप्त है।रविवार को सर्किट हाउस में एडीएम सिटी की अध्यक्षता में सामंजस्य बैठक संपन्न हुई। बैठक में सेंट्रल बार एसोसिएशन और बनारस बार एसोसिएशन के अध्यक्ष तथा मंत्री उपस्थित रहे। बैठक में आगामी रणनीति पर चर्चा की गई।
अधिवक्ताओं ने पुलिस के खिलाफ विरोध में न्यायिक कार्य से विरत होकर कचहरी परिसर में जुलूस निकाला और नारेबाजी की। कुछ वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने पुलिस आयुक्त कार्यालय में प्रवेश के प्रयास को रोककर शांतिपूर्ण ढंग से स्थिति नियंत्रित की। डीएम पोर्टिको के बाहर भी अधिवक्ताओं ने नारे लगाए।
बनारस बार सभागार में बैठक के दौरान तय किया गया कि सोमवार को आगे की रणनीति पर मंथन होगा। यदि मुकदमों को लेकर कोई निष्कर्ष नहीं निकला, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। अधिवक्ताओं ने जेल में अपर्याप्त स्थान का हवाला देते हुए पुलिस पर कार्रवाई की मांग की।
हाथों में हथकड़ी पहनकर और बांह पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करते हुए अधिवक्ताओं ने कहा कि फर्जी मुकदमे रद्द नहीं हुए तो आंदोलन को कोई रोक नहीं पाएगा। अधिवक्ताओं ने एडीसीपी नीतू को जिले से हटाने की मांग भी की।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर वकीलों के साथ पुलिसिया उत्पीड़न के खिलाफ हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने तीन मुख्य बिंदुओं पर ध्यान देने को कहा जिनमें केंद्र और राज्य सरकार के बीच संवाद प्रक्रिया शुरू की जाए। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए और अधिवक्ताओं की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित किया जाए।
इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने वाराणसी के अधिवक्ताओं के आंदोलन का समर्थन किया और पुलिस के व्यवहार की आलोचना की। कुछ वकील सोमवार से आंबेडकर प्रतिमा के सामने क्रमिक अनशन शुरू करेंगे। इस सामंजस्य बैठक के बाद भी कचहरी परिसर में अधिवक्ताओं की भीड़ सामान्य दिनों की अपेक्षा अधिक रही।