गोरखपुर
इलाज के बहाने शर्मनाक हरकत, गुस्साए परिजनों ने डॉक्टर को घेरा
गोरखपुर। चौरीचौरा थाना क्षेत्र के डुमरी खास से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सोनबरसा सिनेमा हाल के पास स्थित एक निजी क्लीनिक पर इलाज कराने पहुंची 16 वर्षीय युवती ने आरोप लगाया कि डॉक्टर ने इंजेक्शन देने के बाद उसके साथ छेड़छाड़ की। युवती का कहना है कि इंजेक्शन लगने के बाद वह अर्द्धचेतन अवस्था में चली गई और इसी दौरान डॉक्टर ने गलत हरकत की।
होश में आने पर उसने पूरी घटना अपने परिजनों को बताई।सोमवार को गुस्साए परिजन बड़ी संख्या में क्लीनिक पहुंचे और डॉक्टर से मारपीट करते हुए जमकर हंगामा किया। हालात बिगड़ते देख आसपास के लोग भी मौके पर जुट गए और अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
सूचना पाकर पुलिस पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करते हुए डॉक्टर सहित दोनों पक्षों को हिरासत में लेकर थाने ले गई।डॉक्टर ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उनका कहना है कि उन्होंने केवल सामान्य इलाज किया और यह सब उनकी छवि खराब करने की साजिश है। पुलिस ने डॉक्टर से पूछताछ की और क्लीनिक में मौजूद लोगों के बयान भी दर्ज किए। वहीं, पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है और रिपोर्ट आने के बाद धाराएँ तय होंगी।
कानूनी जानकारों का मानना है कि इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (महिला से छेड़छाड़), धारा 354ए (यौन उत्पीड़न) और धारा 376/511 (बलात्कार का प्रयास) लग सकती हैं। फिलहाल पुलिस का कहना है कि जांच निष्पक्ष होगी और साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।यह मामला इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर डॉक्टर पर लगे आरोप सही साबित होते हैं तो यह पूरे समाज के लिए शर्मनाक है और स्वास्थ्य सेवाओं पर लोगों के भरोसे को तोड़ने वाला है। महिला संगठनों ने भी इस घटना पर आक्रोश जताते हुए कहा कि डॉक्टर जैसे पेशे से जुड़े लोग अगर ऐसी हरकत करेंगे तो महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान कैसे सुरक्षित रहेगा।
गोरखपुर की यह घटना सिर्फ एक परिवार का दर्द नहीं है, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है। जब इलाज कराने गई युवती भी सुरक्षित न रहे तो यह स्वास्थ्य संस्थानों और व्यवस्था दोनों पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। पुलिस और प्रशासन पर अब यह जिम्मेदारी है कि वे त्वरित कार्रवाई कर पीड़िता को न्याय दिलाएं और समाज में भरोसा कायम करें।
