वाराणसी
आरपीएफ और ग्रामीणों के बीच हिंसक झड़प, पथराव और लाठीचार्ज से माहौल गरमाया

वाराणसी के मंडुवाडीह स्थित उत्तरी ककरमत्ता इलाके में रविवार को आरपीएफ और ग्रामीणों के बीच तीखी झड़प हो गई। मामला बनारस रेल कारखाना (BLW) की ओर जाने वाले रास्ते को बंद करने से शुरू हुआ, जिससे नाराज ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। स्थिति तब बिगड़ गई जब कुछ महिलाओं ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसके जवाब में आरपीएफ ने लाठीचार्ज किया और ग्रामीणों को खदेड़ा।
BLW प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से उत्तरी ककरमत्ता का रास्ता बंद करवाने के लिए शनिवार को जेसीबी से 15 फीट गहरा गड्ढा खुदवाया और रविवार को 15 फीट ऊंची दीवार का निर्माण शुरू किया। स्थानीय लोगों ने इस कदम का कड़ा विरोध किया और बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए। जैसे ही पुलिस और आरपीएफ ने दीवार निर्माण का काम जारी रखा, ग्रामीण उग्र हो गए और पथराव शुरू कर दिया।
पथराव में आरपीएफ और सिविल पुलिस के 5 जवान घायल हो गए, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गांव में घुसकर लाठीचार्ज किया। इस झड़प में कई ग्रामीणों को चोटें आईं, वहीं पुलिस ने तीन युवकों को हिरासत में लिया है।
घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। निर्माणाधीन दीवार की सुरक्षा के लिए भी अतिरिक्त फोर्स लगाई गई है ताकि भविष्य में किसी भी तरह के विरोध को रोका जा सके।
पीएम मोदी की सुरक्षा से जुड़ा मामला
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भी वाराणसी दौरे पर आते हैं, तो वे BLW परिसर में ठहरते हैं। SPG (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) ने उत्तरी ककरमत्ता के रास्ते को सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील मानते हुए इसे बंद करने की सिफारिश की थी। हालांकि, स्थानीय विरोध के चलते यह रास्ता पहले बंद नहीं किया जा सका था, लेकिन इस बार प्रशासन ने पूरी योजना के साथ दीवार खड़ी करने का निर्णय लिया।