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वाराणसी

आजीविका मिशन समीक्षा बैठक में योजनाओं की प्रगति पर जोर

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वाराणसी। सीडीओ हिमांशु नागपाल की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन कार्यक्रम की समीक्षा की गई। बैठक में समूह से अधिक परिवारों को जोड़ने, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) और मनरेगा से संबंधित योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने के निर्देश दिए गए। विशेष रूप से विकासखंड चिरईगांव, हरहुआ और काशी विद्यापीठ में चल रही योजनाओं में पात्र परिवारों को जोड़ने पर जोर दिया गया।

समीक्षा के दौरान समूहों को उनके ग्राम संगठनों से तथा ग्राम संगठनों को संकुल संगठनों से जोड़ने का लक्ष्य दिया गया। वित्तीय वर्ष में स्टार्टअप, रिवाल्विंग फंड और सामुदायिक निवेश निधि की प्रगति संतोषजनक न होने पर विकासखंडों को 28 फरवरी 2025 तक लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए गए।

निष्क्रिय बीसी सखियों और विद्युत सखियों को सक्रिय करने के लिए सहायक विकास अधिकारियों को निर्देशित किया गया, साथ ही जो सखियां अच्छा कार्य कर रही हैं, उनके माध्यम से अन्य सखियों को प्रेरित करने को कहा गया।

टेक होम राशन की प्रगति कमजोर पाए जाने पर चिरईगांव और बड़ागांव को सुधार के निर्देश दिए गए, साथ ही यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया कि किसी भी टेक होम राशन प्लांट में तीन मीट्रिक टन से कम स्टॉक न हो।

इसके अलावा, एफपीओ, मधुमक्खी पालन, बकरी पालन, मखाना की खेती जैसे कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की गई और इसे तेज करने के निर्देश दिए गए। आजीविका रजिस्टर की स्थिति कमजोर मिलने पर आराजीलाइन, चिरईगांव, काशी विद्यापीठ और सेवापुरी की प्रगति पर नाराजगी जताई गई और एक सप्ताह के भीतर सुधार करने के निर्देश दिए गए। लखपति महिला कार्यक्रम की फीडिंग को बढ़ाने पर भी जोर दिया गया।

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इस बैठक में उपायुक्त (स्वत: रोजगार), सभी जिला मिशन प्रबंधक, सहायक विकास अधिकारी (आईएसबी), ब्लॉक मिशन प्रबंधक और ऑपरेटर उपस्थित रहे।

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