आजमगढ़
आजमगढ़ में ‘उत्तर प्रदेश पर्व’ के तहत संस्कृति उत्सव शुरू
आजमगढ़ (जयदेश)। जिलाधिकारी/अध्यक्ष जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद नवनीत सिंह चहल ने बताया कि “उत्तर प्रदेश पर्व-हमारी संस्कृति, हमारी पहचान” के तहत संस्कृति उत्सव 2024-25 मनाने के लिए शासन ने निर्देश जारी किए हैं। इसका उद्देश्य शास्त्रीय और लोक संगीत की पृष्ठभूमि में प्रदेश के विभिन्न अंचलों के कलाकारों को प्रोत्साहन और मंच प्रदान करना है।
संस्कृति उत्सव के आयोजन के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक जिला स्तरीय आयोजन समिति का गठन किया गया है। उत्सव का आयोजन तहसील, जनपद, मंडल और प्रदेश स्तर पर क्रमशः 02 से 20 जनवरी 2025 तक किया जाएगा। इसके बाद लखनऊ में 24-26 जनवरी को चयनित प्रतिभागियों की प्रस्तुतियों के साथ उत्सव का समापन होगा।
प्रतिभागियों के चयन के लिए पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य है जो जिला सूचना कार्यालय के माध्यम से किया जा सकता है। प्रत्येक प्रतिभागी केवल एक विधा में भाग ले सकता है। समूह प्रस्तुतियों में न्यूनतम और अधिकतम सदस्यों की संख्या तय की गई है।
सभी प्रस्तुतियां पारंपरिक और मर्यादित होनी चाहिए। किसी भी राजनीतिक, धार्मिक या सांप्रदायिक भावनाओं को आहत करने वाली प्रस्तुतियों पर रोक है।निर्णायक मंडल का निर्णय अंतिम होगा और आयोजन समिति आवश्यकतानुसार किसी भी निर्णय के लिए स्वतंत्र होगी। विजेताओं को प्रमाण पत्र, मेडल और स्मृति चिन्ह दिए जाएंगे।
लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में चयनित प्रतिभागियों के लिए यात्रा, आवास और भोजन की व्यवस्था की जाएगी।सांस्कृतिक विधाओं में शास्त्रीय गायन, लोकगीत, लोकनृत्य, शास्त्रीय वादन, और लोकनाट्य शामिल हैं। प्रस्तुतियां पारंपरिक परिधान में ही मान्य होंगी।
सभी प्रतिभागियों को ई-प्रमाण पत्र और विजेताओं को विशेष पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागी अपनी विधा का विवरण और प्रमाण पत्र के साथ आवेदन कर सकते हैं।
