अपराध
अवैध हथियारों की तस्करी में शामिल महिला अभियुक्ता गिरफ्तार, चार पिस्टल बरामद
स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ), उत्तर प्रदेश ने अन्तर्राज्यीय स्तर पर अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले गिरोह की प्रमुख सदस्य मुस्कान तिवारी को लखनऊ के कैसरबाग बस स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। गिरफ्तारी के दौरान एसटीएफ ने उसके पास से 4 पिस्टल, 7 मैगजीन और एक मोबाइल फोन बरामद किया।
गिरफ्तार की गई मुस्कान तिवारी, निवासी रूदौली, थाना सरपतहा, जनपद जौनपुर, पहले भी अवैध हथियार तस्करी के मामले में जेल जा चुकी है। जांच में पता चला कि जमानत पर रिहा होने के बाद उसने फिर से गिरोह के सरगना शुभम सिंह के संपर्क में आकर असलहा तस्करी में सक्रिय भूमिका निभानी शुरू कर दी। शुभम सिंह का गिरोह उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब और दिल्ली सहित कई राज्यों में फैला हुआ है।
एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि मुस्कान तिवारी मेरठ से अवैध हथियार लेकर लखनऊ आ रही है। इस सूचना के आधार पर एसटीएफ वाराणसी टीम ने स्थानीय पुलिस और महिला पुलिसकर्मियों के सहयोग से कैसरबाग बस स्टेशन के पास घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में मुस्कान ने कबूल किया कि उसे शुभम सिंह ने मेरठ के शोहराबगेट बस स्टेशन से 4 पिस्टल लेने भेजा था, जिसके लिए उसे 50 हजार रुपये मिले थे। हर पिस्टल की कीमत करीब डेढ़ लाख रुपये बताई गई है और इन हथियारों को जौनपुर के शाहगंज में पहुंचाना था।
गौरतलब है कि इससे पहले भी एसटीएफ ने 15 दिसंबर 2024 को मुस्कान तिवारी और उसके साथी सत्यम यादव को सुल्तानपुर से दो पिस्टल के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जेल से रिहा होने के बाद उसने दोबारा गिरोह से जुड़कर तस्करी का काम शुरू कर दिया। शुभम सिंह ने गिरोह के सदस्यों को अब अकेले ही हथियार लेने और पहुंचाने की रणनीति अपनाने की सलाह दी थी, ताकि वे पुलिस की पकड़ से बच सकें।
मुस्कान तिवारी ने पूछताछ में यह भी स्वीकार किया कि वह पहले भी कई बार अवैध हथियार और कारतूस की डिलीवरी कर चुकी है। उसके खिलाफ थाना वजीरगंज, जनपद लखनऊ में मु.अ.सं. 67/2025 धारा 111बी एनएस और 3/25 आम्र्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। एसटीएफ और स्थानीय पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है।