मिर्ज़ापुर
“अलविदा तनाव” शिविर के चौथे दिन ईश्वरीय आनंद उत्सव में उमड़ा सैलाब

मिर्जापुर। जनपद के GIC के मैदान पर आयोजित “अलविदा तनाव” शिविर के चौथे दिन ईश्वरीय अनुभूति का आनंद उत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य वक्ता ब्रह्माकुमारी पूनम दीदी जी ने उपस्थित जनसमूह को ईश्वरीय अनुभूति कराई। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि ईश्वर एक है, भले ही दुनिया ने उनके नाम और रूप अलग-अलग बना दिए हों, लेकिन सत्य अनुभव सदा एक ही रहता है। उन्होंने बताया कि जब संसार में सत्य की पहचान धूमिल हो जाती है, तब स्वयं परमात्मा इस धरा पर अवतरित होकर अपना वास्तविक परिचय देते हैं।
ब्र कु पूनम दीदी जी ने यह भी कहा कि ईश्वर अजन्मा हैं, उनका दिव्य अवतरण होता है। वे परमपिता, परम शिक्षक और परम सद्गुरु हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि ईश्वर की पहचान उनके प्रकाश स्वरूप से होती है, जिसे सभी धर्म मान्यता देते हैं। ईसाई धर्म में उन्हें ‘गॉड इज लाइट’, इस्लाम में ‘नूर-ए-इलाही’, सिख धर्म में ‘एक नूर’ और हिंदू धर्म में ‘ज्योतिर्लिंग’ के रूप में स्वीकार किया गया है।
कार्यक्रम की शुरुआत जी.डी. बिन्नानी महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. बीना रानी सिंह, ABC Carpets के निदेशक सी.पी. गुप्ता, OBT Carpets के संजीव गुप्ता और कृषि वैज्ञानिक डॉ. धीरेंद्र बहादुर सिंह ने दीप प्रज्वलन से की। ब्र कु आरती ने “योग के मार्ग पर हम बुलाते तुम्हें, आओ प्यारों बनो राजयोगी” गीत के माध्यम से सभी को राजयोग की ओर प्रेरित किया।
आनंद उत्सव का वातावरण उस समय और उल्लासमय हो गया जब आठ भाई-बहनों ने शिविर में उपस्थित सभी प्रतिभागियों पर गुलाब की वर्षा की। कार्यक्रम का संचालन ब्र कु प्रदीप ने अत्यंत कुशलता से किया। हजारों की संख्या में उपस्थित लोगों ने ईश्वरीय आनंद की अनुभूति प्राप्त की और इस दिव्य अनुभव के साक्षी बने।