गाजीपुर
अलविदा जुमे पर उमड़ी भीड़, मस्जिदों में गूंजीं दुआएं

गाजीपुर। जिले के गहमर कोतवाली और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में रमजान के अलविदा जुमे की नमाज अदा की गई। बारा की जामा मस्जिद, पूरब, रोजा मस्जिद, टिकुरिया मस्जिद समेत कई मस्जिदों में नमाजियों का सैलाब उमड़ा। रोजेदारों ने नमाज अदा कर गुनाहों की माफी मांगी और रमजान के आखिरी जुमे की इबादत में मशगूल रहे।
टिकुरिया मस्जिद के पेश इमाम नसीम अहमद ने लोगों से अपील की कि रमजान के बाद भी नमाज को जारी रखें। उन्होंने जकात और फितरा देने के महत्व को समझाते हुए कहा कि इससे माल पाक होता है और बरकत आती है। जो व्यक्ति सदका-ए-फितर अदा नहीं करता, उसका रोजा कबूल नहीं होता।
शब-ए-कद्र के महत्व पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह रात हजार महीनों से बेहतर है और इस रात में की गई इबादत का असीम सवाब मिलता है। अलविदा जुमे की नमाज के बाद नमाजियों ने खुदा से रहमत, बरकत और मगफिरत की दुआएं मांगी। मस्जिदों में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए और अल्लाह की इबादत में सर झुकाया।