जौनपुर
अतुल्य वेल्फेयर ट्रस्ट का भजन-कीर्तन संपन्न

जौनपुर। जरूरतमंदों, गरीबों और वंचितों की मदद के साथ-साथ महिला उत्थान और सामाजिक सरोकारों के लिए प्रतिबद्ध अतुल्य वेलफेयर ट्रस्ट ने नववर्ष के स्वागत के लिए एक भव्य समागम का आयोजन किया। यह आयोजन छोटी काशी महादेव मंदिर प्रांगण में संपन्न हुआ, जिसमें संस्था के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने सपरिवार भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत ट्रस्ट के सदस्यों और उनके परिवारों द्वारा आदि गंगा गोमती के तट पर स्थित छोटी काशी के पांचों शिवाला मंदिर और बड़े हनुमान जी के दर्शन व आशीर्वाद से हुई। इसके बाद सभी ने मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का आयोजन किया और एक-दूसरे को नववर्ष की शुभकामनाएं दीं।
प्राकृतिक सौंदर्य ने बढ़ाया उत्साह
रविवार का अवकाश, गोमती का किनारा, हरे-भरे पेड़-पौधों की प्राकृतिक छटा और बाबा भोलेनाथ का आंगन, इन सभी ने कार्यक्रम में सम्मिलित अतिथियों का उत्साह बढ़ा दिया। भजन-कीर्तन के साथ-साथ पतंगबाजी, अंताक्षरी, गपशप और चलहकदमी ने माहौल को और जीवंत बना दिया। सुरुचिपूर्ण स्वल्पाहार ने आयोजन का आनंद दोगुना कर दिया।
कार्यक्रम के दौरान विश्व हिंदू परिषद के प्रांत प्रचारक, संगठन मंत्री, जिलाध्यक्ष, मंदिर के पुजारी समेत ट्रस्ट परिवार के सभी सदस्यों को शाल, हनुमान चालीसा और तुलसी का पौधा उपहार स्वरूप भेंट किया गया। इसके अलावा, उत्कृष्ट कार्य करने वाले सदस्यों और पदाधिकारियों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
अतुल्य वेल्फेयर ट्रस्ट की अध्यक्ष और समाजसेविका उर्वशी सिंह ने कहा, “यह आयोजन गत वर्ष समाज सेवा से जुड़े लोगों का सम्मान करने और नए वर्ष के लिए ऊर्जा प्राप्त करने के लिए किया गया। छोटी काशी के इस पावन स्थल ने मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान की है। इससे समाज के लिए और बेहतर कार्य करने की प्रेरणा मिली है।”
इस अवसर पर राधिका सिंह, कंचन सिंह, नागेंद्र नाथ सिंह, डॉ. पी.के. सिंह, रजत सिंह, डॉ. समर बहादुर सिंह, उदय प्रताप सिंह, आभास, बिट्टू किन्नर, मीना गुप्ता, शिवांगी खरे, नीतू सोनी, पूनम सिंह, यशिका गुप्ता, स्वप्निल श्रीवास्तव, पायल किन्नर, किरण किन्नर, ज्ञानचंद गुप्ता, आशीष श्रीवास्तव, सूरज सेठ, विमल सिंह, पिंटू गिरी, कृष्णा साहू, सुधांशु विश्वकर्मा, पिहू खरे समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।
समापन पर सभी ने इस आयोजन की सफलता के लिए एक-दूसरे को बधाई दी और नववर्ष के लिए शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया।