गाजीपुर
अघोषित बिजली कटौती से जखनियां की जनता बेहाल

गाजीपुर। जखनियां तहसील बाजार में अघोषित बिजली कटौती से आम जनता त्रस्त है जबकि विद्युत विभाग के कर्मचारी मस्त नजर आ रहे हैं। स्थिति यह है कि बिजली बिल तो लगातार बढ़ रहा है, लेकिन बत्ती गुल रहने से लोग परेशान हैं।
विगत एक सप्ताह से जखनियां तहसील विद्युत उपकेंद्र से 12 से 24 घंटे तक बिजली गायब रहने से भीषण गर्मी में लोगों का हाल बेहाल है। इन दिनों धान की रोपाई और सिंचाई का सीजन चल रहा है, जिससे किसान सबसे ज्यादा परेशान हैं। सरकार का 20 से 22 घंटे बिजली आपूर्ति का दावा पूरी तरह खोखला साबित हो रहा है।
वर्तमान समय में व्यक्ति की लगभग सभी आवश्यकताएं बिजली पर ही निर्भर हैं। बिजली कटौती से व्यापारी वर्ग, आम जनता और विद्यार्थी सभी प्रभावित हैं। समस्या को लेकर लोग विद्युत विभाग के जेई से लेकर जिला अधिशासी अभियंता तक लगातार फोन कर रहे हैं, लेकिन कोई फोन उठाने को तैयार नहीं है। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बिजली विभाग आए दिन बस चेकिंग वसूली और लोड बढ़ाने के लिए दबाव बनाता है। देरी होने पर पेनल्टी भी लगाता है, लेकिन अघोषित बिजली कटौती के लिए जिम्मेदार कौन होगा, यह कोई नहीं बताता।
जखनियां वैसे भी एक पिछड़ा क्षेत्र है जहां जन समस्याओं का अंबार लगा है। उस पर भीषण गर्मी में बिजली विभाग की लापरवाही लोगों के लिए सरदर्द बनी हुई है।
इस समस्या को लेकर जखनियां के व्यापारियों, किसानों और नौजवानों ने एक स्वर में ऊर्जा मंत्री ए. के. शर्मा से मांग की कि जखनियां की बदहाल विद्युत व्यवस्था को जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए।
भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष प्रमोद वर्मा ने बिजली विभाग के संबंधित अधिकारियों से समस्या का कारण पूछा और बार-बार आ रही विद्युत समस्या को लेकर विभाग के उच्च अधिकारियों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि बिजली समस्या के समाधान के लिए पूरी बात रखी जाएगी।
इस अवसर पर व्यापारी नेता अशोक गुप्ता, उदय प्रताप सिंह, विजय मद्धेशिया, संजीव त्रिपाठी, धर्मेंद्र चौरसिया, मनोज गुप्ता, अशोक जायसवाल, प्रशांत सिंह, कैलाश शर्मा, राजू गुप्ता, प्रमोद मद्धेशिया, सिक्की अंसारी, रमाकांत राम, चिंटू गुप्ता, संतोष सोनकर सहित प्रमुख लोग उपस्थित रहे।