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Corona : भारत में बूस्टर वैक्सीन पर लगा ब्रेक! डॉक्टरों ने बतायी वजह

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नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण (Covid) के फिर से उभरते मामलों के बीच बूस्टर वैक्सीन डोज को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं, लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो फिलहाल इसके लिए घबराने या वैक्सीनेशन की दौड़ में लगने की कोई आवश्यकता नहीं है।

बूस्टर वैक्सीन की न फिलहाल जरूरत, न निकट भविष्य में संभावना:
स्वास्थ्य नीति विश्लेषक डॉ. चंद्रकांत लहरिया ने कहा है कि भारत में महामारी की वर्तमान स्थिति को देखते हुए बूस्टर डोज की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि देश की अधिकांश आबादी पहले ही कोरोना के संपर्क में आ चुकी है और अधिकतर लोगों को दो या उससे ज्यादा डोज मिल चुके हैं।

सक्रिय वेरिएंट JN.1 है, जो गंभीर नहीं:
एम्स के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल ने जानकारी दी कि इस समय देश में जेएन.1 वेरिएंट सक्रिय है, जो नया नहीं है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर हल्के संक्रमण की लहरें आती रहेंगी, लेकिन यह चिंता का विषय नहीं बनेंगी।

एमआरएनए आधारित वैक्सीन भारत में अनुपलब्ध:
डॉ. लहरिया के अनुसार भारत में ऐसे टीके जो वेरिएंट के अनुसार बदले जा सकें (mRNA आधारित), न तो उपलब्ध हैं और न ही लाइसेंस प्राप्त। वर्तमान में उपलब्ध टीके नए वेरिएंट पर खास असरदार नहीं माने जा रहे हैं।

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दिल्ली में बीते 10 दिनों में केवल 23 हल्के मामले:
राजधानी में हाल ही में मिले 23 मामलों में सभी लक्षण बेहद मामूली हैं और किसी भी मरीज को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया है। विशेषज्ञों ने इसे सामान्य फ्लू जैसा करार दिया है और कहा है कि जब तक अस्पताल में भर्ती आंकड़े नहीं बढ़ते, तब तक चिंता की बात नहीं है।

विशेषज्ञों ने कोरोना को लेकर डरने की नहीं, बल्कि समझदारी से निगरानी रखने की सलाह दी है। फिलहाल वैक्सीनेशन या बूस्टर को लेकर कोई जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता नहीं बताई गई है।

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