वाराणसी
BHU अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को अब मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं

वाराणसी। IMS BHU को एम्स का दर्जा मिलने के बाद अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए लगातार नए प्रयास किए जा रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा के निर्देशानुसार, बीएचयू अस्पताल के एमसीएच विंग में अब गर्भवती महिलाओं को उन्नत चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी। नए उपकरणों की स्थापना से अब महिलाओं को आईसीयू, अल्ट्रासाउंड, ईसीजी और डायलिसिस की बेहतर सुविधा मिलेगी, जिससे उन्हें अलग-अलग विभागों में भटकने की जरूरत नहीं होगी।
स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा सुधार
आईएमएस बीएचयू के निदेशक प्रो. एस.एन. संखवार, चिकित्साधीक्षक प्रो. के.के. गुप्ता और स्त्री रोग विभागाध्यक्ष प्रो. संगीता राय ने संयुक्त रूप से इन नई सुविधाओं का उद्घाटन किया। एमसीएच विंग की ओपीडी में हर दिन 300 से अधिक महिलाएं वाराणसी और आसपास के जिलों से इलाज के लिए आती हैं। नई मशीनों की स्थापना से अब मरीजों को अल्ट्रासाउंड और डायलिसिस के लिए लंबी कतारों में इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
गर्भवती महिलाओं को मिलेगा बड़ा लाभ
अब तक गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड जांच के लिए अस्पताल के रेडियोलॉजी विभाग में जाना पड़ता था, जहां उन्हें सामान्य मरीजों के साथ पर्चा जमा कर लंबा इंतजार करना पड़ता था। वहीं, डायलिसिस के लिए बेड उपलब्ध होने तक इंतजार करना पड़ता था। लेकिन अब एमसीएच विंग के चौथे तल पर नई हीमोडायलिसिस मशीन, पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन और ईसीजी मशीन की स्थापना हो चुकी है।
बेहतर इलाज की दिशा में बड़ा कदम
स्त्री रोग विभागाध्यक्ष प्रो. संगीता राय ने बताया कि इन नई सुविधाओं का उद्देश्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित महिलाओं, विशेष रूप से गुर्दे की जटिलताओं वाली गर्भवती महिलाओं को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना है। निदेशक प्रो. एस.एन. संखवार ने भी अस्पताल में मरीजों के बेहतर इलाज के लिए व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ करने के निर्देश दिए हैं।