मऊ
ड्रोन से बढ़ेगी आय, नैनो यूरिया से फसल होगी बेहतर
मऊ में जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत एक बैठक हुई, जिसमें नमो ड्रोन दीदी और ड्रोन सहायकों के चयन की प्रक्रिया पर चर्चा की गई। बैठक में उपायुक्त एन.आर.एल.एम. उपेंद्र पाठक ने इस योजना के लाभों पर विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय समिति का गठन किया गया है जो महिला पायलटों के चयन, योजना के क्रियान्वयन और प्रगति की समीक्षा करेगी। समिति में कई सरकारी अधिकारी और संस्थाओं के सदस्य होंगे, जिनमें मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, कृषि विभाग के अधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक, और अन्य शामिल हैं।
इस दौरान, उपेंद्र पाठक ने बताया कि योजना के अंतर्गत कृषि भूमि के क्षेत्रफल और आवश्यकता के हिसाब से संबंधित नोडल सीएलएफ का चयन किया जाएगा। इन संगठनों को ड्रोन संचालन के लिए पायलट और सहायक चुनने का जिम्मा सौंपा जाएगा।
इसके साथ ही किसानों और स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को ड्रोन के उपयोग से होने वाले लाभों के बारे में जागरूक किया जाएगा। बैठक में नैनो यूरिया और नैनो डीएपी के उपयोग पर भी चर्चा हुई जिन्हें किसानों तक आसानी से पहुँचाया जाएगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि ड्रोन के इस्तेमाल से किसानों को फसलों की बेहतर उपज मिलने की उम्मीद है, क्योंकि पहले अधिक यूरिया खाद डालने की जरूरत होती थी लेकिन अब ड्रोन से कम खर्च में ज्यादा उपज हासिल की जा सकेगी।
कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि नैनो यूरिया का छिड़काव फसलों की गुणवत्ता को बढ़ाता है और बीमारियों से बचाव में मदद करता है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक और अन्य संबंधित अधिकारियों ने भी भाग लिया।