पूर्वांचल
भाजपा सरकार में यूपी बना अपराधियों का गढ़, BJP IT Cell के दुष्कर्मियों को पुलिस बचाने में जुटी
खबर सुल्तानपुर से हैं जहां केंद्र सरकार द्वारा जारी NCRB के आंकड़े में उत्तर प्रदेश में बढ़ते अपराधों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने यूपी सरकार की बदहाल कानून व्यवस्था, महिलाओं पर बढ़ते अपराध, कुख्यात अपराधियों की गिरफ्तारी न होने व प्रदेश भर में हुए फर्जी एनकाउंटर्स को लेकर मोर्चा खोल दिया है ।मंगलवार को जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा ने वरिष्ठ कांग्रेसियों की मौजूदगी में पत्रकार वार्ता कर प्रदेश की बदहाल कानून व्यवस्था, पुलिस द्वारा किए जा रहे फर्जी एनकाउंटर्स व वाराणसी में छात्रा के साथ गैंगरेप मामले में भाजपा आईटी सेल युवाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मोर्चा खोलने का ऐलान किया है। पत्रकार वार्ता में अभिषेक राणा ने कहा कि, आज पूरा प्रदेश अपराध की आग में जल रहा है, अपराधी बेखौफ होकर प्रतिदिन जघन्य वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। देश में होने वाले अपराधों में 15% अपराध केवल उत्तर प्रदेश में हो रहे हैं । हालात बद से बदतर हो गए हैं और यह आंकड़े NCRB की रिपोर्ट के आधार पर कहे जा सकते है।
प्रदेश की दो बड़ी घटनाओं पर नजर डालें तो पहली घटना प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की है जहां बीते 2 नवंबर को IIT BHU की छात्रा को तीन लड़कों द्वारा जबरन गन पॉइंट पर दुष्कर्म करते हुए उसकी नग्न अवस्था का वीडियो बनाया गया। इस जघन्य वारदात को अंजाम देकर आरोपी फरार हो गए। अगले ही दिन कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने जानकारी करके बताया कि इसमें भाजपा में शामिल लोगों का हाथ है । बीएचयू के छात्र-छात्राओं ने इस घटना को लेकर सड़क पर उतरकर प्रदर्शन भी किया था ।इसके बाद न्याय की आवाज को दबाने के लिए अजय राय पर वाराणसी की पुलिस द्वारा सत्ता के इशारों पर एफआईआर कर दी गई। 5 नवंबर को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई, 8 नवंबर को पीड़िता द्वारा भी इसकी पुष्टि की गई,आरोपियों की पुष्टि होते ही भाजपा आरोपियों को बचाने में जुट गई और आनन फानन उन्हें मध्य प्रदेश चुनाव में शामिल होने के लिए भेज दिया गया। 2 महीने तक योगी सरकार की वाराणसी पुलिस मौन साधे रही। पुलिस द्वारा पांच राज्यों के चुनाव के समाप्ति के बाद कांग्रेस पार्टी और छात्रों के दबाव में आखिरकार उन तीनों आरोपियों को पुलिस को गिरफ्तार करना पड़ा, इस बीच भाजपा के आईटी सेल द्वारा भाजपा में शामिल आईटी सेल के आरोपियों की प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत कई भाजपा नेताओं के साथ एक्स पर पोस्ट व फोटो डिलीट कर दिया गया, यह अपने आप में बड़े शर्म की बात है और इस घटना के लिए पीएम को देश की बेटियों से माफी मांगनी चहिए। इनके बेटी बचाओ के नारे तार-तार हो चुके हैं। महिलाओं को लेकर जितने भी अपराध हो रहे हैं अधिकतर मामलों में भाजपा से जुड़े लोगों की संलिप्तता पाई गई है।
वहीं बीते वर्षों में भाजपा की योगी सरकार में पुलिस ने लगभग 175 एनकाउंटर को अंजाम दिया है। पुलिस द्वारा जो एनकाउंटर किए गए उसमें भाजपा से जुड़े अपराधियों को तो जीवनदान दिया गया, वहीं जो भाजपा के खिलाफ रहे उन्हें मार दिया गया। गोरखपुर में पिछले कई वर्षों से सीएम योगी की राजनैतिक चुनौती बने विनोद उपाध्याय को भी जिले में फर्जी एनकाउंटर के तहत मार गिराया गया। कॉंग्रेस पार्टी बुधवार को राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन के माध्यम से इन सभी घटनाओं की न्यायिक जांच करने की मांग करेगी। पत्रकार वार्ता में वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक शिवनारायण मिश्रा, हरीश त्रिपाठी, उमाकांत तिवारी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
