वाराणसी
समाज कार्य विभाग में एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट कार्यक्रम
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के समाज कार्य विभाग में प्रथम संस्था के कार्यक्रम एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट (ASER) के सात दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस सात दिवसीय का कार्यक्रम में चार दिवसीय प्रशिक्षण एवम् तीन दिवसीय सर्वेक्षण का आयोजन किया जाना है। इस कार्यक्रम में समाज कार्य विभाग के एम.एस. डबल्यू एवम् आई. आर. पीएम के 100 विद्यार्थियों ने भाग लिया इस कार्यक्रम की अध्यक्षता समाज कार्य विभाग के विभागाध्यक्ष एवं संकाय अध्यक्ष प्रो. एम.एम. वर्मा ने की तथा उन्होंने विद्यार्थियों को अपने कार्य के प्रति ईमानदार रहने अनुशासन में रहने तथा गुणात्मक व्यवहार को शामिल करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह सर्वेक्षण एवं प्रशिक्षण आपके जीवन में एक मील का पत्थर साबित होगा जो कि आपको अपने भविष्य के उन्मुखीकरण के लिए एवं अपने करियर को आगे बढ़ाने में सहायक होगा। उन्होंने प्रशिक्षण एवं सर्वेक्षण के महत्व से सभी विद्यार्थियों को अवगत किया और कहा कि प्रशिक्षण के दौरान हमें टीमवर्क पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। इसके उपरांत इस कार्यक्रम के समन्वयक प्रोफेसर अनिल कुमार चौधरी ने अपने उद्बोधन में असर संस्था के विषय में अवगत कराया। प्रथम संस्था शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने वाली एक स्वयं सेवी संस्था है। असर सर्वेक्षण प्रथम बार 2005 में तथा हर साल किया जाने वाला एक शैक्षिक सर्वेक्षण है। इस सर्वेक्षण में चयनित गांव में 20 घरों को चुना जाता है पूर्व में 2019 तथा 2021 में भी असर का सर्वे एवं प्रशिक्षण समाज कार्य विभाग महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ द्वारा किया जा चुका है। असर 2023 सर्वेक्षण 14 से 18 आयु वर्ग के युवाओं पर केंद्रित है। इस सर्वेक्षण से युवाओं की नामांकन की स्थिति उनकी आकांक्षाएं, डिजिटल ज्ञान और व्यावहारिक गणित की क्षमता को परखा जाएगा। विभिन्न आर्थिक एवं अंतरर्राष्ट्रीय संगठनों ने अपनी रिपोर्ट में असर के आंकड़ों का उपयोग किया है। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में विद्यार्थियों को पीपीटी एवं वीडियो के माध्यम से, असर कार्यक्रम से परिचित कराया और बताया गया कि यह एक ग्रामीण सर्वेक्षण है, जिसमें ग्राम प्रधान एवं गांव के लोगों से किस प्रकार से सहभागी बनाना है। मनोज कुमार पटेल और दिलीप शर्मा द्वारा सर्वेक्षण के विभिन्न बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया जिनमें सरपंच से बातचीत, युवाओं से बातचीत, गांव का नक्शा तैयार करना और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी को साझा किया गया। प्रशिक्षण कर्ताओं द्वारा विद्यार्थियों को दिए गए बुकलेट और ब्रोशर के प्रत्येक बिंदू को स्वयं पढ़कर और सभी को समझाने के लिए कहा। इसके पश्चात विद्यार्थियों से पूछा गया कि ग्रामीण क्षेत्र से कौन कौन विद्यार्थी. पूर्ण रूप से परिचित है और सर्वेक्षण में अपनी रुचि से सहभागी करना चाहता है। उन्होंने सर्वेक्षण में आने वाली चुनौतियों और कठिनाइयों से भी सभी विद्यार्थियों को अवगत कराया। कार्यक्रम में विभाग के सभी शिक्षक, शोधार्थी एवं विभिन्न पाठ्यक्रमों के विद्यार्थी उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अनिल कुमार के द्वारा किया गया तथा उनके द्वारा असर के प्रतिनिधि सदस्यों का परिचय
कराया गया। कार्यक्रम में जिनमें राम नरेश पटेल प्रोग्राम हेड, अटल बिहारी, प्रथम सदस्य, सुनील कुमार, मनोज कुमार पटेल, सीनियर सदस्य, दिलीप कुमार एवं मनोज शर्मा, असर के सीनियर सदस्य भी उपस्थित रहें। कार्यक्रम के अन्त में धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अनिल कुमार चौधरी द्वारा किया गया।
