वाराणसी
आईकेयर (रिवाइव हार्ट फाउंडेशन) होली फैमिली हॉस्पिटल मुंबई रेल मंत्रालय के सहयोग से वेबिनार के माध्यम से हृदयाघात की पहचान करने एवं हृदयाघात से बचाव पर प्रशिक्षण दिया गया

वाराणसी ; वाराणसी मंडल के भारतेंदु सभागार में 26 जुलाई को दोपहर 3:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक आईकेयर (रिवाइव हार्ट फाउंडेशन) होली फैमिली हॉस्पिटल मुंबई रेल मंत्रालय के सहयोग से वेबिनार के माध्यम से हृदयाघात की पहचान करने एवं हृदयाघात से बचाव पर प्रशिक्षण दिया गया ।
इस वेबिनार में अपर मंडल रेल प्रबंधक (इंफ्रास्ट्रक्चर) ज्ञानेश त्रिपाठी, उप मुख्य कार्मिक अधिकारी आर.पी.चन्द,वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी समीर पॉल,अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा नीरज कुमार,मंडल कार्मिक अधिकारी विवेक मिश्रा,सहायक कार्मिक अधिकारी रमेश उपध्याय तथा मंडल चिकित्सालय एवं कार्मिक विभाग के सभी कर्मचारी/पर्यवेक्षक उपस्थित थे ।
आईकेयर (रिवाइव हार्ट फाउंडेशन) होली फैमिली हॉस्पिटल मुंबई रेल मंत्रालय के सहयोग से आयोजित वेबिनार में ‘अचानक कार्डियक अरेस्ट रिससिटेशन’ पर प्रशिक्षण प्रदान कर हृदयाघात के संबंध में जागरूक किया गया ।
इसी क्रम में आईकेयर (रिवाइव हार्ट फाउंडेशन) होली फैमिली हॉस्पिटल मुंबई के चिकित्सकों डा सुमाया राघवन,डा आनंद श्रीवस्तव एवं डा तसनीम धनसौरा ने वेबिनार के मध्यम से कर्मचारियों एवं अधिकारीयों को अपने जीवन को बेहतर बनाने,अच्छी जीवनचर्या,सही खानपान एवं नियमित व्यायाम को अपना कर अपने हृदय को स्वस्थ रखने और सिगरेट,शराब व् तम्बाकू के सेवन का त्याग कर हृदयाघात से बचने के बारे में विस्तार से बताया । इस दौरान विशेषज्ञों ने अपने कार्यस्थल ,रस्ते अथवा आवासीय परिसर में किसी व्यक्ति को अचानक दिल का दौरा पड़ने पर उसकी पहचान करने, ठीक ढंग से पीड़ित व्यक्ति को “कार्डियो पल्मोनरी रिससिटैशन” (Cardiopulmonary resuscitation) देना सिखाया गया जिससे कार्डिएक अरेस्ट और सांस न ले पाने जैसी आपातकालीन स्थिति में व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है । इसके साथ ही उन्होंने हृदयाघात से पीड़ित व्यक्ति के लिए कार्डिएक एम्बुलेंस बुलाने की सलाह दी जो कार्डिएक अरेस्ट और सांस न ले पाने जैसी आपातकालीन स्थिति में सहायक सिद्ध होती है ।
इसके साथ ही उन्होंने हृदयाघात के समय उपयोगी जीवन रक्षक उपकरण AED (स्वचालित बाहरी डीफिब्रिलेटर) का प्रदर्शन कर उसके उपयोग का तरीका भी बताया । उन्होंने अपने परिवेश को और भी ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए अपने कार्यस्थल एवं आवासीय क्षेत्र में AED (स्वचालित बाहरी डीफिब्रिलेटर) लगाकर और उसके उपयोग करने की विधि सबको बता कर कार्डिएक अरेस्ट होने की स्थिति में जीवन रक्षा कर सकते है ।
इस वेबिनार में विशेषज्ञों ने कर्मचारियों की हृदय रोग एवं हृदयाघात से सम्बंधित विभिन्न प्रश्नों को सुना और तकनीकी जानकारी दी । इस वेबिनार में लगभग 70 कर्मचारियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। वेबिनार का संचालन अपर मंडल रेल प्रबंधक ज्ञानेश त्रिपाठी एवं धन्यवाद ज्ञापन वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी समीर पॉल ने किया ।