अपराध
अंतर्राज्यीय टप्पेबाज गिरोह का पर्दाफाश, चार शातिर अपराधी गिरफ्तार
बस्ती पुलिस ने अंतर्राज्यीय टप्पेबाज गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश में सक्रिय था और बैंकों, एटीएम और बाजारों में लोगों को ठगता था। पुलिस ने आरोपियों के पास से मोबाइल, रुपये, सिम और घड़ी बरामद की है। पूछताछ में आरोपियों ने कई वारदातों को अंजाम देने की बात स्वीकार की है।
पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने बताया कि यह गैंग लंबे समय से आम जनता को निशाना बना रहा था। मुख्य रूप से बैंकों के बाहर, एटीएम बूथों के पास और भीड़-भाड़ वाले बाजारों में लोगों को फर्जी मदद का बहाना देकर नकदी और कीमती सामान ठगते थे।
शहर कोतवाल दिनेश चन्द्र चौधरी के नेतृत्व में तकनीकी निगरानी और मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर चार मुख्य सदस्यों को इसाई कब्रिस्तान जामडीह, कोतवाली से गिरफ्तार किया गया। एसपी ने बताया कि गैंग की कार्यशैली बेहद पेशेवर थी। वे कुछ दिनों तक एक शहर में ठगी करने के बाद दूसरे प्रांत में चले जाते थे, जिससे ट्रैक करना मुश्किल हो जाता था। मुख्यतः बुजुर्गों और अकेले व्यक्तियों को निशाना बनाया जाता था। आरोपित खुद को बैंक कर्मचारी या मददगार बताकर विश्वास जीतते और टप्पेबाजी तकनीक से ठगी करते थे।
गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों में सिकंदर अली उर्फ इशहाक, फिरोज मीर उर्फ उज्जवल, मोहम्मद दिलबर हुसैन, और सलमान है। पूछताछ में आरोपितों ने स्वीकार किया कि उन्होंने पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश में कई वारदातों को अंजाम दिया है। पुलिस अन्य राज्यों की पुलिस के साथ संपर्क स्थापित कर मामलों की कड़ियों को जोड़ रही है।
पुलिस तलाशी में आरोपितों के पास से आठ मोबाइल, 1925 रुपये, 19 सिम और एक घड़ी बरामद हुई। यह सभी शहर में दो महीने से ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। इनके खिलाफ बिहार, कमिश्नरेट लखनऊ और कोतवाली थाने में कुल नौ मुकदमें दर्ज हैं।
करीब ढाई महीने पहले 4 सितंबर को शहर के गांधीनगर से संतकबीरनगर के एक रेडीमेड कपड़ा कारोबारी शहजाद अहमद से गिरोह ने पांच लाख रुपये की ठगी की थी। आरोपित ने जमीन सौदे का झांसा देकर शहजाद से नकदी ले ली थी। पुलिस ने इस मामले में धोखाधड़ी, विश्वासघात और जालसाजी की धाराओं में जांच शुरू की थी।
गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में शहर कोतवाल दिनेश चन्द्र चौधरी, एसआई सभाशंकर यादव, राजेन्द्र यादव, पवन कुमार मौर्या, मुख्य आरक्षी मुन्नालाल चौधरी, आरक्षी मनीष यादव, असगर अली, धर्मेन्द्र कुशवाहा और संदीप कुमार सिंह शामिल रहें।
