गोरखपुर
अब हादसे में खुद एम्बुलेंस को सूचना देगा स्मार्ट रोड डिवाइडर
गोरखपुर के आईटीएम गीडा के छात्रों की अनोखी सोच
गोरखपुर। आईटीएम गीडा इंजीनियरिंग कॉलेज के तीन मेधावी छात्रों दीपा पांडेय, आलोक त्रिपाठी और अदनान खान ने एक ऐसा अनोखा स्मार्ट रोड डिवाइडर तैयार किया है जो सड़क दुर्घटना होने पर खुद एम्बुलेंस को लोकेशन सहित सूचना भेजेगा। यह इनोवेशन न केवल सड़क सुरक्षा को मजबूत करेगा, बल्कि प्रदूषण नियंत्रण में भी अहम भूमिका निभाएगा।
छात्रों ने बताया कि यह डिवाइस पूरी तरह सौर ऊर्जा पर आधारित है, जिसके लिए 6 वोल्ट की सोलर प्लेट और रिचार्जेबल बैटरी लगाई गई है। इससे इसे बिजली ग्रिड से जोड़े बिना चलाया जा सकता है। इसमें लगे नैनो फैन और एयर फिल्टर आसपास की हवा को खींचकर शुद्ध करते हैं। साथ ही एक इमरजेंसी बटन भी लगाया गया है, जो दबाते ही निकटतम एम्बुलेंस को दुर्घटना स्थल की जानकारी भेज देता है।
इस स्मार्ट रोड डिवाइडर की खासियत यह है कि यह रीसाइकल प्लास्टिक और वेस्ट मटेरियल से तैयार किया गया है, जिससे यह पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है। छात्रों ने बताया कि इसे बनाने में लगभग 40 हजार की लागत और 10 दिन का समय लगा।
कॉलेज प्रबंधन ने इस नवाचार की सराहना करते हुए कहा कि यह मॉडल भविष्य में सड़क दुर्घटनाओं में त्वरित सहायता के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है। यदि इसे बड़े पैमाने पर लागू किया गया, तो “गोल्डन ऑवर” में घायल व्यक्तियों को तुरंत मदद मिलना संभव होगा।
यह प्रोजेक्ट दर्शाता है कि गोरखपुर के युवा न केवल तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारी का भी परिचय दे रहे हैं।
