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गोरखपुर

भाई ने की बहन की गला घोंटकर हत्या, शव बोरे में भरकर बाइक से फेंका

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मुआवजे के लालच में उतारा मौत के घाट

गोरखपुर के गोरखनाथ थाना क्षेत्र में पारिवारिक लालच ने खून के रिश्ते को कलंकित कर दिया। रामपुर नयागांव निवासी राम आशीष निषाद ने अपनी सगी बहन की गला घोंटकर निर्मम हत्या कर दी। विवाद की जड़ थी सरकारी जमीन मुआवजे की रकम। बहन की शादी हो चुकी थी, इसलिए पिता ने आरोपी को हिस्सा देने से इनकार कर दिया। गुस्से में आकर राम आशीष ने 27 अक्टूबर की शाम बहन को घर में अकेला पाकर वारदात को अंजाम दिया। हत्या के बाद शव को बोरे में भरकर मोटरसाइकिल पर लादा और दूर जाकर फेंक दिया। पुलिस ने मात्र 72 घंटे में सनसनीखेज खुलासा कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। चोरी के गहने, खेत के कागजात, मृतका का मोबाइल और घटना में इस्तेमाल बाइक बरामद हुई।

गुमशुदगी से हत्या का खुलासा: सीसीटीवी और सर्विलांस की भूमिका

घटना 27 अक्टूबर की शाम से शुरू हुई, जब पीड़िता घर से लापता हो गई। परिजनों ने तलाश के बाद थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और 112 पर सूचना दी। जांच में पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिला, जिसमें राम आशीष बोरे में कुछ लादकर बाइक पर ले जाते दिख रहा था। सर्विलांस और तकनीकी जांच से आरोपी को हिरासत में लिया गया। उसके पास बहन का मोबाइल बरामद हुआ। सख्त पूछताछ में उसने कबूल किया कि मुआवजे में हिस्सा न मिलने से नाराज था। पिता ने कहा, “बहन की शादी हो गई, उसे हिस्सा नहीं मिलेगा।” इसी बात पर उसने बहन का गला दबाकर मार डाला। हत्या कर मां के बक्से का ताला तोड़कर सोने-चांदी के गहने, किसान बही और आधार कार्ड चुराए। शव को रस्सी व सफेद कपड़े की पोटली में बोरे में बंद कर ठिकाने लगाया।

बरामद सामान: सबूतों की मजबूत चेन

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पुलिस ने आरोपी से महत्वपूर्ण वस्तुएं बरामद कीं: मृतका का मोबाइल व चार्जर, आरोपी का मोबाइल। सोने-चांदी के आभूषण (अंगूठी, टॉप्स, चूड़ी, पायल आदि)।
किसान बही, आधार कार्ड और खेत के कागजात।
घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल। रस्सी व सफेद कपड़े की पोटली।
ये सबूत हत्या की चेन को पूरा करते हैं और अदालत में मजबूत केस बनाएंगे।

पुलिस की तत्परता: टीम को मिली सराहना

प्रभारी निरीक्षक शशिभूषण राय के नेतृत्व में टीम ने कमाल दिखाया। सदस्यों में उपनिरीक्षक दिनेन्द्र कुमार, रजत त्रिपाठी, अनुराग सिंह, महिला कांस्टेबल सविता गुप्ता और कांस्टेबल दीपक यादव शामिल रहे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर ने टीम की तारीफ की: “पारिवारिक लालच और विवाद की पृष्ठभूमि है। साक्ष्यों के आधार पर आरोपी को कठोर सजा दिलाई जाएगी।

यह घटना समाज को झकझोरती है। मुआवजे का लालच रिश्तों को कैसे नेस्तनाबूद कर रहा है, यह चेतावनी है। पुलिस की मुस्तैदी ने न्याय की उम्मीद जगाई, लेकिन परिवारों में संवाद की कमी पर गंभीर सवाल उठते हैं।

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