वाराणसी
Shri Kashi Vishwanath Temple : चार साल में 25 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने किया दर्शन
वाराणसी। दिसंबर 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के लोकार्पण के बाद से अब तक लगभग 25 करोड़ 28 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए हैं। इस विशाल धार्मिक पर्यटन ने न केवल श्रद्धा का प्रतीक बनकर उभरा है, बल्कि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण योगदान साबित हुआ है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस अवधि में प्रदेश को लगभग सवा लाख करोड़ रुपये का आर्थिक लाभ हुआ है।
काशी विश्वनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं में करीब 70 प्रतिशत लोग दक्षिण भारत से आते हैं, जबकि शेष 15 प्रतिशत अन्य राज्यों एवं जनपदों से दर्शन के लिए आते हैं। दर्शन करने के बाद अधिकांश श्रद्धालु विंध्यवासिनी धाम, प्रयागराज, अयोध्या, मथुरा, चित्रकूट, नैमिषारण्य आदि अन्य तीर्थ स्थलों की यात्रा करते हैं। इस तरह, धार्मिक पर्यटन का एक व्यापक रिपल इफेक्ट उत्पन्न होता है, जिससे पूरे प्रदेश की जीडीपी में वृद्धि होती है।

संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी के अर्थशास्त्री प्रो. राजनाथ का कहना है कि काशी विश्वनाथ धाम में आने वाला एक पर्यटक औसतन पांच हजार रुपये से अधिक खर्च करता है। न्यूनतम अनुमान के आधार पर भी, चार से पांच हजार रुपये प्रति व्यक्ति खर्च मानने पर पिछले साढ़े तीन वर्षों में प्रदेश की अर्थव्यवस्था में सवा लाख करोड़ रुपये का आर्थिक प्रवाह हुआ है।
योगी सरकार इस धार्मिक पर्यटन को राज्य के विकास का एक सशक्त साधन बना रही है। अयोध्या, मथुरा, चित्रकूट, नैमिषारण्य और विंध्याचल जैसे तीर्थ स्थलों का विकास तेजी से किया जा रहा है। काशी विश्वनाथ धाम की तर्ज पर पूरे प्रदेश में धार्मिक नगरों का व्यापक विकास किया जा रहा है, जिससे न केवल पर्यटन बल्कि रोजगार और स्थानीय व्यापार को भी मजबूती मिल रही है।
