चन्दौली
पवित्रता और सौभाग्य की प्रतीक महागौरी की आराधना से गूंजा चंदौली
पूजा पंडालों में देर रात तक माँ महिषासुरमर्दिनी के दर्शन को लगी लंबी लाइनें
चंदौली। शारदीय नवरात्र की अष्टमी तिथि को माँ महागौरी की पूजा का विधान है। माँ महागौरी की पूजा से मनुष्य को पवित्रता, सौभाग्य व दांपत्य सुख की प्राप्ति होती है। अत्यंत श्वेतवर्णा और करुणामयी माँ महागौरी की आराधना से भक्तों को शांति, समृद्धि और वैवाहिक जीवन में सुख की प्राप्ति होती है। शारदीय नवरात्र का अष्टम दिवस माँ दुर्गा के महागौरी स्वरूप की आराधना को समर्पित है।
धर्मशास्त्रों के अनुसार माँ महागौरी का स्वरूप पवित्रता, सौम्यता और करुणा का प्रतीक माना गया है। भक्तों में विश्वास है कि इस दिन माँ की पूजा करने से साधक के पाप धुल जाते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि, दांपत्य सौख्य तथा मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। माँ महागौरी का रंग शंख, चंद्र और कुंद के समान श्वेत है। वे वृषभ (बैल) पर सवार रहती हैं। उनकी चार भुजाएँ हैं। इसमें दो हाथों में त्रिशूल और डमरू रहता है, जबकि शेष दो हाथ वरमुद्रा और अभयमुद्रा की स्थिति में रहते हैं। उनका रूप तेजस्वी, किंतु अत्यंत शांत और सौम्य है। भक्तजन मानते हैं कि उनके दर्शन मात्र से ही मन की शांति और आत्मबल की प्राप्ति होती है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए हिमालय की गुफाओं में कठोर तपस्या की थी। वर्षों की तपस्या के कारण उनके शरीर का रंग काला पड़ गया। उनकी अटूट भक्ति और तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव प्रकट हुए और उन्हें गंगाजल से स्नान कराया। गंगाजल के स्पर्श से माता का रूप अत्यंत गौरवर्ण और तेजस्वी हो गया। तभी से उन्हें ‘महागौरी’ नाम से पूजा जाने लगा।
सोमवार को जनपद के देवी मंदिरों व शक्तिपीठों पर प्रातःकाल से भक्तों ने पहुँचकर माँ महागौरी की पूजा-अर्चना कर लोककल्याण की कामना की। वहीं दूसरी तरफ पूजा पंडालों में विराजमान माँ महिषासुरमर्दिनी के दर्शन-पूजन को देर रात्रि तक भक्तों की लाइन लगी रही। इस दौरान पूजा पंडालों को आकर्षक विद्युत झालरों से सजाया गया था। वहीं पूजा पंडालों में बज रहे भक्ति संगीत के मधुर गीत से पूरा वातावरण भक्तिमय बना रहा। नवरात्र में भक्त पूरी आस्था व विश्वास के साथ माँ आदिशक्ति की आराधना में तल्लीन हैं।
नगर पंचायत स्थित श्रीराम जानकी शिवमठ मंदिर, श्री महावीर मंदिर, माँ संतोषी मंदिर, यंग बॉयज क्लब, शिव क्लब, माँ सती सेवा समिति सहित मझवार रेलवे स्टेशन के समीप स्थित माँ काली मंदिर पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस प्रशासन सदर सीओ देवेंद्र कुमार के नेतृत्व में लगातार चक्रमण कर रहा है।
