राष्ट्रीय
सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी कार्रवाई, 602 करोड़ की ड्रग्स के साथ 14 पाकिस्तानी तस्कर गिरफ्तार
गुजरात के समुद्री तट पर सुरक्षा एजेंसियों ने अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा के पास भारतीय जल सीमा के भीतर चल रहे तलाशी अभियान में, गुजरात पुलिस के आतंकवाद विरोधी दस्ते (ATS) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के नेतृत्व में, 602 करोड़ रुपये की मूल्य की ड्रग्स के साथ 14 पाकिस्तानी नागरिक गिरफ्तार हुए है।
इस बड़े ऑपरेशन के दौरान, गिरफ्तारी से बचने की कोशिश करते हुए पाकिस्तानी नागरिकों ने एटीएस अधिकारियों पर अपनी नाव चढ़ाने की कोशिश की, जिस पर जवाबी कार्रवाई के तहत फायरिंग हुई। इस घटना के पश्चात सभी पाकिस्तानियों को सफलतापूर्वक पकड़ा गया।

इस घटना से ठीक एक दिन पहले, एनसीबी ने गुजरात और राजस्थान में प्रतिबंधित दवा मेफेड्रोन के निर्माण करने वाली तीन लैब्स का भंडाफोड़ किया था और 7 लोगों को गिरफ्तार किया था।
गुजरात पुलिस के अनुसार, इस ऑपरेशन की सफलता में भारतीय कोस्ट गार्ड का भी बड़ा योगदान रहा। इसके लिए भारतीय तटरक्षक जहाजों और विमानों को मिशन पर तैनात किया गया था। एनसीबी और एटीएस अधिकारियों को ले जा रहे आईसीजी ने जहाज राजरतन ने संदिग्ध नाव की पहचान की। ड्रग्स से लदी नाव के चालकों ने भागने की कोशिश की, लेकिन तटरक्षक जहाज राजरतन ने इसे नाकाम कर दिया।
इस ऑपरेशन के बाद, मास्टरमाइंड नासिर हुसैन समेत गिरफ्तार किए गए आरोपियों को आगे की जाँच के लिए एनसीबी को सौंपा गया है।
तमिलनाडु के रास्ते श्रीलंका जाने का था प्लान-
इस ऑपरेशन के पीछे यह मकसद भी था कि जानबूझकर इस बड़े अवैध नशे कारोबार को रोका जाए, जिसमें भारतीय तटों को उपयोग कर रहे थे। यह प्लान सफलता के साथ संपन्न हो गया, जिसमें तमिलनाडु के रास्ते श्रीलंका जाने की संभावित योजना थी। इसके साथ ही इस ऑपरेशन ने एक साफ संदेश भेजा है कि भारत की सुरक्षा एजेंसियों की जागरूकता और सक्रियता में कोई कमी नहीं है।
