वाराणसी
श्रीमद भागवत कथा – तृतीय दिवस, ‘होली खेले नंदलाल कान्हा…..’
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी । जो ईश्वर की भक्ति में रत रहता है, अधर्म कभी भी उनका अहित नही कर सकता है। ईश्वर अपने भक्तों की रक्षा के लिए हर क्षण तत्पर रहते है बस श्रद्धा सच्ची होनी चाहिए। भक्त प्रहलाद की कथा का श्रवण कराते हुए कथा वाचक साध्वी वैष्णवी भारती जी ने कहा कि भक्त प्रहलाद की कथा हमे यह सीख देती है कि यदि निश्छल भाव से अपने ईश्वर के प्रति विश्वास रखे तो वह हर पग पग पर अपने भक्त की रक्षा करते है। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के तत्वावधान में सुन्दरपुर, नरिया स्थित रामनाथ चौधरी शोध संस्थान में चल रही सप्ताहव्यापी श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन शुक्रवार को कथा रसपान कराते हुए आशुतोष महाराज की शिष्या साध्वी वैष्णवी भारती ने कहा कि हिरण्यकश्यप ने बार बार भक्त प्रहलाद को मृत्यु के द्वार पर भेजा परन्तु अपने नारायण के प्रति प्रहलाद के अटूट विश्वास ने उनकी हर पल रक्षा की। भगवान भक्तों की परीक्षा जरूर लेते है, जिसमे संघर्ष आता है, कठिन समय जरूर आता है उसमें निराश होने की बजाए अपने विश्वास को बनाये रखे। सच्चे भक्त की पुकार भगवान कभी अनसुनी नही कर पाते ह
सच्चे भक्त कभी चिंता नही करते है, बल्कि चिंतन करते है।
साध्वी वैष्णवी भारती जी ने कहा कि भारत राष्ट्र की असली शक्ति भारत के युवा है, ये युवा शक्ति भारत को पुनः विश्वगुरु के रूप में स्थापित कर सकती है। यह दौर ऐसा है जिसमे युवाओं को दिग्भ्रमित होने से बचाना होगा, उन्हें सदाचारी और नैतिक शिक्षा का बोध कराना आवश्यक है। भारत की संत एवं महापुरुषों की परम्परा उन्हें अवगत कराते रहना चाहिए। आशुतोष जी महाराज सदैव कहते है कि युवा सिर्फ अवस्था का नाम नही है बल्कि व्यक्ति के अंदर का जज्बा उसे युवा बनाता है।
होली के रंग में रंगे कथाप्रेमी- कथा प्रसंग के तीसरे दिन होली उत्सव की धूम रही, कथाप्रेमी होली के रंग में डूबते उतराते रहें। व्यासपीठ से होली गीत ‘होली खेले नंदलाल कान्हा’ का गीत गाया गया, भक्ति में डूबे भक्तगण नाचने झूमने लगें। गुलाब की पंखुड़ियों की बारिश में कथाप्रेमी देर तक भींगते रहे। इस अवसर पर मारवाड़ी युवा मंच गंगा की महिलाओं ने उत्सव का आयोजन क़िया। इसमें मुख्य रूप से प्रीति अग्रवाल, मधु तुलस्यान, सुनीता कंदोई आदि ने सहभाग किया।
इन्होंने उतारी आरती- कथा का शुभारंभ नित्य की भाँति व्यासपीठ के पूजन से हुआ। कथा के समापन पर यजमानों द्वारा आरती उतारी गईं। आरती में मुख्य यजमान महेश चौधरी, कृष्णा चौधरी, गणपत धानुका, अरविंद भालोटिया, अनीता भालोटिया के साथ साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय, काशी विश्वनाथ मंदिर के अर्चक पण्डित श्रीकांत मिश्रा, मनीष मरोलिया, शांति देवी रूंगटा, मीना अग्रवाल, सुरेश तुलस्यान, संगम झुनझुनवाला, कौशल शर्मा, दिलीप खेतान, स्वामी शिवानंद आदि विशिष्ट जन शामिल रहें। संचालन स्वामी अर्जुनानंद ने किया।
