अपराध
शराब कारोबारी परिवार हत्याकांड – दादी ने बताया विक्की ने लिया मां-बाप की हत्या का बदला
भतीजा विक्की और पहली पत्नी के बेटे के बीच लंबी बातचीत की सीडीआर आयी सामने
दूसरा भतीजा जुगनू पुलिस हिरासत में
वाराणसी | शराब कारोबारी राजेंद्र गुप्ता और उनके परिवार की हत्या का मामला सामने आया है। पुलिस की जांच में पता चला है कि यह हत्या उनके भतीजे विक्की ने करवाई। पुलिस की पूछताछ में राजेंद्र गुप्ता की मां ने बताया कि विक्की दिवाली की रात ही इस हत्याकांड को अंजाम देना चाहता था, लेकिन उनके मना करने पर रुक गया। वह अपने मां-बाप की हत्या का बदला लेना चाहता था।
सुपारी किलर्स की मदद से किया हत्याकांड
जांच में खुलासा हुआ कि विक्की ने महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु के शूटरों को हायर किया था। इस हत्याकांड के लिए विक्की ने सुपारी देकर किलर्स की मदद ली। 31 अक्टूबर की रात विक्की ने अपने चाचा और उनके परिवार को मरवाने की योजना बनाई थी।
विक्की के कॉल रिकॉर्ड्स ने खोला राज
पुलिस ने विक्की की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) की जांच की। पता चला कि विक्की की बातचीत मृतक राजेंद्र की पहली पत्नी के बेटे से लगातार होती रही है। हत्या की रात भी दोनों संपर्क में थे और कई कॉल महाराष्ट्र और गुजरात के नंबरों पर किए गए थे। यह जानकारी संबंधित राज्यों की पुलिस के साथ साझा की गई है, जहां कुछ कुख्यात अपराधियों के नाम सामने आए हैं।
पुलिस की पांच टीमें कर रही जांच
पुलिस ने इस केस के तह तक जाने के लिए पांच टीमें बनाई हैं। एक टीम सभी संबंधित व्यक्तियों के बयान दर्ज कर रही है, जबकि अन्य टीमें विक्की और अन्य संदिग्धों की तलाश में जुटी हैं। विक्की की तलाश के लिए पुलिस टीमों को बेंगलुरु और पश्चिम बंगाल भेजा गया है।
मां का बयान- “विक्की को ढूंढो”
मंगलवार रात पुलिस ने राजेंद्र गुप्ता की मां शारदा को पूछताछ के लिए बुलाया। उनके बयान के बाद पुलिस को यकीन हुआ कि इस हत्याकांड के पीछे विक्की का ही हाथ है।
परिवार के 5 सदस्यों की हत्या का राज: एक खौफनाक बदले की दास्तान
सूत्रों के मुताबिक, दिवाली पर राजेंद्र गुप्ता का भतीजा जुगनू अपने भाई विक्की के साथ उनके घर आया था। नौकरानी और पड़ोसियों के बयानों से पता चला कि दिवाली की रात सभी घर पर मौजूद थे और सब कुछ सामान्य था। पड़ोसियों ने बताया कि उस रात घर के पास दो संदिग्ध लड़के दिखाई दिए थे, जिन पर बाद में संदेह बढ़ता गया। पुलिस को शक है कि ये दोनों भतीजे ही हो सकते हैं जिन्होंने पुरानी दुश्मनी का बदला लेने के लिए पूरी साजिश रची।
पुलिस के सामने आईं दो थ्योरी
पुलिस की शुरुआती जांच में दो प्रमुख थ्योरी सामने आई हैं:
- बदले की आग: 1997 में राजेंद्र गुप्ता ने अपने भाई कृष्ण और उनकी पत्नी की हत्या की थी। कृष्ण के बेटे जुगनू और विक्की के मन में अपने माता-पिता की हत्या का बदला लेने की भावना थी। पुलिस का मानना है कि इसी वजह से भतीजों ने राजेंद्र समेत पूरे परिवार को मारने की साजिश रची।
- प्रॉपर्टी विवाद: राजेंद्र गुप्ता की पहली पत्नी का बेटा, जो वर्तमान में आसनसोल (पश्चिम बंगाल) में रहता है, अपने पिता की संपत्ति में हिस्सा नहीं पा रहा था। अब जब राजेंद्र और उनका दूसरा परिवार खत्म हो गया है, तो पहली पत्नी और उनके बेटे का संपत्ति पर अधिकार बढ़ सकता है। पुलिस का मानना है कि इस प्रॉपर्टी विवाद के चलते पहली पत्नी का बेटा जुगनू और विक्की के संपर्क में था।
कैसे हुआ कत्ल
फोरेंसिक रिपोर्ट और पुलिस जांच के अनुसार, दिवाली पर रेकी के बाद हत्यारे अगले दिन पुश्तैनी घर पहुंचे। यहां सबसे पहले नीतू और उनके तीन बच्चों की हत्या की गई। इसके बाद राजेंद्र को उनके नए घर में जाकर निशाना बनाया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, जब हत्यारे राजेंद्र के कमरे में पहुंचे तो वहां पहले से एक महिला मौजूद थी। हत्यारों ने उस महिला के कमरे से निकलने का इंतजार किया और उसके बाद राजेंद्र को नग्न अवस्था में गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।
फिलहाल, पुलिस दोनों भतीजों को सुपारी किलर मानते हुए जांच आगे बढ़ा रही है। इस हत्याकांड में और कौन शामिल है ? इसकी तह तक जाने के लिए पुलिस गहराई से पूछताछ कर रही है।