वाराणसी
विशेष क्षय रोगी खोज अभियान में दो लाख से अधिक लोगों की हुई स्क्रीनिंग
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
30 क्षय रोगियों की हुई पुष्टि, सभी का उपचार शुरू
अब इलाज के दौरान हर माह मिलेंगे 500 रुपये
जन आरोग्य व ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता पोषण समितियों की बैठक में हुई टीबी पर चर्चा
सामुदायिक स्तर पर क्षय रोगियों को मिल रहा पोषण व भावनात्मक सहयोग
वाराणसी: राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के अंतर्गत आयुष्मान भारत – हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 15 मई से 7 जून तक चलाए गए विशेष क्षय रोगी खोज अभियान में घरों के दो लाख से अधिक लोगों का सर्वेक्षण किया गया। इस अभियान का उद्देश्य उपकेंद्र व सामुदायिक स्तर पर ज्यादा से ज्यादा क्षय रोगियों को खोजकर उन्हें तत्काल उपचार प्रदान करवाना, उपचार के दौरान हर माह 500 रुपये की आर्थिक सहायता, पोषण और भावनात्मक सहयोग प्रदान कराना है। इस संबंध में बृहस्पतिवार को जिला क्षय रोग केंद्र पर समस्त एनटीईपी कर्मियों के साथ मासिक समीक्षा की गई।
बैठक में जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ पीयूष राय ने एनटीईपी के सभी सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइज़र (एसटीएस) व सीनियर ट्रीटमेंट लैब सुपरवाइज़र (एसटीएलएस) को निर्देशित किया कि सभी इंडीकेटर्स पूरा करें। पब्लिक की तरह प्राइवेट क्षेत्र में नोटिफिकेशन बढ़ाएं। इसके लिए निजी चिकित्सकों व लैब को प्रेरित करें। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को सुदृढ़ करें। सीएचओ का सहयोग लें। क्षय रोगियों के आउटकम को बढ़ाएं। जेल के बंदी, एचआईवी व मधुमेह के सभी रोगियों की टीबी जांच कराएं। क्षय रोगी के परिवार के सभी सदस्यों व निकट संपर्कियों की जांच करें। निगेटिव आने पर उनकी टीबी प्रिवेंटिव थेरेपी (टीपीटी) कराई जाए। निक्षय पोषण योजना के तहत सभी क्षय रोगियों को उपचार के दौरान हर माह मिलने वाले 500 रुपये के डीबीटी को बढ़ाएं। इसके अलावा उन्होंने अन्य जरूरी दिशा-निर्देश दिये।
जिला कार्यक्रम समन्वयक (डीपीसी) संजय चौधरी ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर चलाए गए 21 दिवसीय विशेष क्षय रोगी खोज अभियान में घरों के 2,10,940 सदस्यों का सर्वेक्षण किया। जिसमें 2,10,870 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई। इस दौरान टीबी के लक्षण वाले 436 संभावित क्षय रोगियों को खोजा गया। सभी का बलगम एकत्रित कर जांच के लिए भेजा गया जिसमें 30 क्षय रोगियों की पुष्टि हुई। इन सभी टीबी रोगियों को तत्काल उपचार पर रखा गया है। वर्तमान में जनपद में 7,446 क्षय रोगी नोटिफाइड किए जा चुके हैं जिसमें 4918 पब्लिक व 2528 प्राइवेट क्षेत्र में शामिल हैं।
जिला पीपीएम समन्वयक नमन गुप्ता ने बताया कि इस विशेष अभियान के अंतर्गत 60 जन आरोग्य समितियाँ बनाई गई। इनमें टीबी की 47 संवेदीकरण कार्यशाला आयोजित की गईं जिसमें 1735 सदस्यों ने प्रतिभाग किया। साथ ही 412 ग्राम सभा मीटिंग हुईं जिसमें 2559 सदस्यों ने प्रतिभाग किया। 185 ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता व पोषण समितियों (वीएचएसएनसी) में टीबी की बैठकें हुईं। जिसमें 5433 सदस्यों ने प्रतिभाग किया। अभियान के तहत 212 सेंटर पर एकीकृत निक्षय दिवस मनाया गया। वर्तमान में जनपद के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 3324 टीबी रोगियों का उपचार चल रहा है सभी क्षय रोगियों को पोषण व भावनात्मक सहयोग प्रदान किया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत गोद लिए गए 416 क्षय रोगियों को पोषण पोटली प्रदान की गई।
