अपराध
विदेश में नौकरी के नाम पर 80 लाख की ठगी, तीन गिरफ्तार
नोएडा में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़
वाराणसी पुलिस ने साइबर ठगी के बड़े रैकेट का खुलासा किया है, जिसमें बेरोजगार युवाओं को विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी की जा रही थी। पुलिस ने इस गिरोह के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य सरगना समेत तीन अन्य अभी फरार हैं।
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब वाराणसी के एक कारोबारी के बेटे को ऑस्ट्रेलिया में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 80 लाख रुपये की ठगी की गई। जब साइबर क्राइम पुलिस ने जांच शुरू की, तो पता चला कि आरोपी नोएडा में फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे। पुलिस ने वहां छापा मारकर तीन ठगों को धर दबोचा।
डीसीपी क्राइम प्रमोद कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गाजियाबाद निवासी दीपक कुमार, कुनाल विश्वास और मैनपुरी निवासी भानु प्रताप के रूप में हुई है। इनके पास से कई मोबाइल फोन, लैपटॉप, कंप्यूटर, टेलीफोन, वाई-फाई राउटर, सिम कार्ड और 20,690 रुपये नकद बरामद किए गए हैं।
पुलिस के अनुसार, ये ठग जॉब पोर्टल्स से डेटा चोरी कर बेरोजगार युवाओं को टारगेट करते थे और खुद को प्रतिष्ठित कंपनियों का प्रतिनिधि बताकर विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करते थे। आरोपियों के लैपटॉप से 500 से ज्यादा मोबाइल नंबर बरामद हुए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
फिलहाल, पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है और उनके बैंक अकाउंट्स की भी जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कितने लोगों को ठगा गया है। पुलिस का कहना है कि अगर कोई और पीड़ित सामने आता है, तो उसकी भी एफआईआर दर्ज की जाएगी।