वाराणसी
राजकीय महिला महाविद्यालय डीएलडब्लू में “भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन एवं मंगल पांडे” विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन
वाराणसी| राजकीय महिला महाविद्यालय डीएलडब्लू वाराणसी में आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में अमर शहीद मंगल पांडे के जन्म दिवस पर “भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन एवं मंगल पांडे” विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया । यह व्याख्यान क्षेत्रीय पुरातत्व इकाई वाराणसी, उत्तर प्रदेश राज्य पुरातत्व विभाग एवं राजकीय महिला महाविद्यालय डीएलडब्लू वाराणसी के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित किया गया। व्याख्यान के मुख्य अतिथि काशी हिंदू विश्वविद्यालय , इतिहास विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर आशुतोष कुमार रहे। प्रोफ़ेसर कुमार ने मंगल पांडे के जीवन एवं उनके प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के रूप में योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि क्यों मंगल पांडे द्वारा प्रज्वलित चिंगारी स्वतंत्रता संग्राम के प्रथम आंदोलन के रूप में भारतीय इतिहास में अपना स्थान रखती है। इस आन्दोलन के बंदियों ने बाद मे गिरमिटिया के रूप में दुनिया के देशों में अपनी जगह बनाई और जब भारत में स्वतंत्रता आंदोलन प्रारंभ हुआ तो विदेशों के गिरमिटिया समाज ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन का न केवल समर्थन किया बल्कि अपने अपने देशों में भी स्वतंत्रता की अलख जगाई। इससे पहले अतिथियों का स्वागत क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी डॉक्टर सुभाष चंद्र यादव ने किया।उन्होने व्याख्यान के विषय की प्रस्तावना किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रोफेसर राजकिशोर ने किया वही कार्यक्रम का संयोजन इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ कमलेश कुमार तिवारी ने किया। पूरे कार्यक्रम में संस्कृत विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ रचना शर्मा ने प्रभावी संचालन द्वारा श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। सभी उनके साथ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के गीत दोहराए। वंदे मातरम का गान हुआ और अमर शहीदों को याद करते हुए स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों को अक्षुण्ण बनाए रखने की प्रतिज्ञा भी दिलाई। इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉक्टर शुभ लक्ष्मी त्रिपाठी, डॉक्टर उमा श्रीवास्तव,डॉक्टर गोमतेश्वर पाल, डॉक्टर मृत्युंजय सिंह, डॉक्टर संजय खरवार , डॉक्टर साधना अग्रवाल, डॉ स्मिता ,डॉक्टर अनुज कुमार सिंह, डॉक्टर सौम्या शर्मा ,डॉ मनीषा , पंच बहादुर, श्री निरंजन , प्रबोध , अरविंद, दुर्गा एवं शरद समेत बड़ी संख्या में महाविद्यालय की छात्राएं उपस्थित रहीं।