वाराणसी
बस से तोतों की तस्करी का भंडाफोड़
वाराणसी के चौधरी चरण सिंह बस स्टेशन पर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां कानपुर से वाराणसी आ रही जनरथ बस से वन विभाग ने 30 नवजात तोते बरामद किए। बस चालक की सतर्कता से यह तस्करी पकड़ी गई, हालांकि तस्कर मौके से फरार हो गया। फिलहाल, बरामद तोतों को सारनाथ स्थित पक्षी विहार में सुरक्षित रखा गया है।
यूं खुला तस्करी का राज
जब बस यात्रियों से खाली हुई, तो चालक और कंडक्टर को पिछली सीट के पास से पक्षियों की आवाज सुनाई दी। जांच करने पर वहां एक हरे रंग के बैग में नवजात तोते मिले। बस चालक ने तुरंत वन विभाग को सूचना दी, जिसके बाद वन सुरक्षा दल ने मौके पर पहुंचकर पक्षियों को अपने कब्जे में ले लिया।
वन विभाग ने अज्ञात तस्कर के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा
वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत तोतों की यह प्रजाति संरक्षित है। इस अधिनियम की धारा 9 और 51 का उल्लंघन करने पर आरोपी को सात साल तक की सजा हो सकती है। वन विभाग ने अज्ञात तस्कर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
यह पहली बार नहीं है जब पक्षी तस्करी के लिए सरकारी बसों का इस्तेमाल किया गया हो। वन विभाग अब इस तरह की घटनाओं पर सख्त निगरानी बनाए हुए है। बरामद किए गए सभी तोतों को सारनाथ पक्षी विहार में रखा गया है, जहां उनकी देखभाल की जा रही है।