वाराणसी
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र को हरियाली युक्त बनाना सर्वोच्च प्राथमिकता : वनाधिकारी सुश्री स्वाती

वाराणसी की प्रभागीय वनाधिकारी ने संभाला कार्यभार, मंदिरों में किया दर्शन पूजन ।
वाराणसी की प्रभागीय वनाधिकारी आईएफएस सुश्री स्वाती का कहना है कि प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र होने के नाते काशी को हरियाली युक्त बनाना सर्वोच्च प्राथमिकता है। चूंकि प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री की स्पष्ट मंशा है कि बड़े पैमाने पर पौधरोपण किया जाए और पेड़ों की कटान से जो रिक्तता आई है उसकी भरपाई की जाए, पर्यावरण की दृष्टि से भी यह महत्वपूर्ण होगा।
सुश्री स्वाती ने वाराणसी के प्रभागीय वनाधिकारी का कार्यभार संभालने के बाद जयदेश न्यूज़ से बातचीत करते हुए कहा कि, मैं अभी पूरी जानकारी कर रही हूॅं । जहां भी दिक्कत होगी उसे दुरुस्त किया जाएगा। विभाग को भ्रष्टाचार मुक्त करना हमारी प्राथमिकता होगी। वृक्षारोपण करके नदियों के किनारे होने वाले कटान को भी दुरुस्त किया जाएगा और पर्यावरण पर विभाग का विशेष फोकस होगा। ग्राम पंचायतों से भी जमीन आवंटित कराकर वृक्षारोपण किया जाएगा।
उन्होंने कार्यभार संभालने से पूर्व बाबा विश्वनाथ और काल भैरव के मंदिर में दर्शन पूजन किया तथा नमो घाट का जायजा लिया। ज्ञातव्य है कि सुश्री स्वाती पंजाब के जालंधर की मूल निवासिनी हैं। उनकी प्रारंभिक से लेकर 12वीं तक की शिक्षा जालंधर से हुई है ,जबकि उन्होंने गुरु नानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर से बीटेक किया। शुरुआती दौर में वह महाराष्ट्र के पुणे में 3 साल तक टाटा कंसल्टेंसी में कार्यरत रहीं। इसके बाद 10 महीने तक पर्सनल ऑफिसर के रूप में पंजाब नेशनल बैंक में भी काम किया। इस बीच वह तैयारी करती रही और 2021 में आईएफएस में नियुक्त हुई। वाराणसी में प्रभागीय वनाधिकारी के रूप में यह उनकी पहली नियुक्ति है।