वाराणसी
पुरुष नसबंदी के प्रति जागरूकता के लिए रवाना हुए ‘सारथी वाहन’
सीएमओ कार्यालय से हरी झंडी दिखा कर सारथी वाहनों को किया गया रवाना
शुरू हुआ सेवा प्रदायगी चरण चार दिसंबर तक चलेगा पखवाड़ा
परिवार नियोजन में पुरुषों की सहभागिता व महत्ता बेहद जरूरी
वाराणसी: परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत 21 नवंबर से चल रहे पुरुष नसबंदी पखवाड़ा के तहत बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय परिसर से सीएमओ डॉ संदीप चौधरी के निर्देशन में सारथी वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस मौके परडिप्टी सीएमओ व नोडल अधिकारी डॉ एचसी मौर्य ने पुरुष नसबंदी के प्रति समुदाय को जागरूक करने, उनके व्यवहार में परिवर्तन लाने और स्वस्थ व खुशहाल परिवार में अपनी सहभागिता निभाने को लेकर संदेश दिया।
डिप्टी सीएमओ ने बताया कि जनपद में पुरुष नसबंदी पखवाड़ा 21 नवंबर से दो चरणों में संचालित किया जा रहा है, जिसके पहले चरण में अपना परिवार पूरा कर चुके 60 वर्ष से कम उम्र के पुरुषों को नसबंदी कराने के लिए जागरूक किया जा रहा है। साथ ही उनकी साथी पत्नी और परिवार को भी प्रेरित किया जा रहा है। पखवाड़े का दूसरा चरण सेवा प्रदायगी चरण 28 नवंबर से शुरू हो चुका है। प्रतिदिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौकाघाट में पुरुष नसबंदी शिविर लगाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार को नगरीय क्षेत्र के लिए दो सारथी वाहनों को रवाना किया गया। यह सारथी वाहन आगामी दिवसों में नगर के सभी क्षेत्रों में भ्रमण कर समुदाय को जागरूक करेंगे। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के आठ ब्लाक के लिए तीन-तीन सारथी वाहन संचालित किए जाएंगे। इस तरह देखा जाए तो पूरे जनपद के लिए 26 सारथी वाहन तक चलाए जाएंगे। इनके माध्यम से परिवार नियोजन के शेष साधन जैसे – महिला नसबंदी (स्थायी साधन) और अस्थाई साधन जैसे – अंतरा, छाया, पीपीआईयूसीडी, आईयूसीडी, कंडोम आदि गर्भनिरोधक साधन आदि के बारे में समुदाय को जागरूक किया जाएगा।
छोटे व सीमित परिवार के लिए करेंगे जागरूक – सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि यह सारथी वाहन क्षेत्र में भ्रमण कर परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता फैलाएंगे। छोटे परिवार के फायदे बताते हुए परिवार नियोजन के स्थाई व अस्थाई साधन अपनाने के लिए जनमानस को जागरूक किया जाएगा। साथ ही समाज में परिवार नियोजन के विषय में व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने एवं लोगों को जागरूक करने के लिए सारथी वाहन द्वारा मिशन परिवार विकास के अंतर्गत चलाये जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में लोगों को जानकारी दी जाएगी। इसके लिए ऑडियो क्लिप एवं पम्पलेट्स का भी सहारा लिया जाएगा।
आशा कार्यकर्ता, एएनएम व सीएचओ करेंगे काउंसिलिंग- डॉ एचसी मौर्य ने बताया कि ऐसे पुरुष व महिलाएं जिनके दो या उससे अधिक बच्चे हैं और उनका परिवार पूरा हो चुका है, उन्हें नसबंदी के लिए प्रेरित किया जाएगा। इन वाहनों के माध्यम से सभी आशा कार्यकर्ता, एएनएम, और सीएचओ ऐसे योग्य दंपति से संपर्क कर काउंसिलिंग करेंगे, जिनका परिवार पूरा हो गया है या जो दो बच्चों में अंतर रखना चाहते हैं। समुदाय को माला एन, छाया, कंडोम, अंतरा इंजेक्शन, पुरुष नसबंदी, महिला नसबंदी, पीपीआईयूसीडी, आईयूसीडी आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी।
इस दौरान एसीएमओ डॉ एसके मौर्य, डॉ पीयूष राय, डीएचईआईओ हरिवंश यादव, डीपीएम संतोष सिंह, जिला सलाहकार (तंबाकू नियंत्रण) डॉ सौरभ प्रताप सिंह, एआरओ अनूप उपाध्याय, सुनील, पीएसआई इंडिया से अखिलेश, सी-थ्री संस्था से अनूप राय सहित अन्य अधिकारी व स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।