अपराध
पत्नी और तीन बच्चों की मौत के बाद खुद जान देने निकला कारोबारी पति
हत्या और आत्महत्या के एंगल से जांच कर रही पुलिस
इटावा में खुद पटरी पर लेटा, ट्रेन ऊपर से गुजर गई…खरोंच तक नहीं आई
इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में सोमवार देर रात शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के लालपुरा तिराहा स्थित एक घर में सर्राफा कारोबारी मुकेश वर्मा की पत्नी और तीन बच्चों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। सराफा कारोबारी ने पत्नी और बेटी के फोन पर स्टेट्स लिखा कि यह सब खत्म हो गए और इसके बाद वह खुद जान देने के लिए रेलवे ट्रैक पर चला गया।
मुकेश वर्मा ने खुद पुलिस को डायल 112 पर सूचना दी और बताया कि, “उनकी पत्नी और तीनों बच्चों ने जहर खा लिया है। वह खुद आत्महत्या करने जा रहा है।” लेकिन पपुलिस ने समय रहते उन्हें रेलवे ट्रैक पर पकड़ लिया।
पुलिस के अनुसार, मुकेश वर्मा की पत्नी रेखा वर्मा (45), बड़ी बेटी भाव्या (18), जो दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीकॉम कर रही थी, बेटी काव्या (16), जो इंटर की छात्रा थी, और बेटा अभिष्ट (14), जो 9वीं कक्षा का छात्र था, की मौत हो चुकी थी।
हत्या या आत्महत्याः जांच जारी
घटनास्थल पर पहुंचे SSP संजय कुमार वर्मा और फॉरेंसिक टीम ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस को शक है कि यह हत्या का मामला हो सकता है, क्योंकि प्रथम दृष्टया मुकेश वर्मा पर ही हत्या का संदेह जताया जा रहा है। हालांकि, मुकेश वर्मा ने पुलिस को बताया कि परिवार ने सामूहिक आत्महत्या का निर्णय लिया था।
मुकेश वर्मा ने की थी दो शादियां, पारिवारिक तनाव बना वजह?
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि मुकेश वर्मा की पहली पत्नी का कैंसर से निधन हो चुका था। उनकी बड़ी बेटी भाव्या पहली पत्नी की संतान थी। दूसरी पत्नी रेखा से काव्या और अभिष्ट का जन्म हुआ। मुकेश वर्मा दिल्ली में सर्राफा का काम करते थे और अक्सर घर से बाहर रहते थे। पारिवारिक तनाव और आर्थिक समस्याएं इस घटना की संभावित वजह बताई जा रही हैं।
घटना के बाद स्थानीय लोगों की भारी भीड़ घटनास्थल पर जमा हो गई। पुलिस ने मुकेश वर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। SSP ने कहा, “फिलहाल हम हत्या और आत्महत्या, दोनों कोणों से जांच कर रहे हैं। जल्द ही मामले की सच्चाई सामने आएगी।”
बड़े भाई अवधेश वर्मा ने बताया कि सबकुछ सामान्य था। किसी तरह का घर में कोई तनाव नहीं था। क्यों इस तरह की घटना हुई इसका भी पता नहीं। बताया कि शाम करीब चार बजे मुकेश घर पर नगर पालिका चौराहे पर मिला था। सबकुछ ठीकठाक लग रहा था। उन्होंने बताया कि बड़ी बेटी भाव्या को पढ़ने के लिए कानपुर भेजा हुआ था। बाकी बच्चों यही पढ़ रहे थे।