वाराणसी
तालाब पट्टा रद्द होने पर छात्र ने लगाया पक्षपात का आरोप
वाराणसी। जिले के पिंडरा तहसील क्षेत्र के लखमीपुर गांव में सरकारी तालाब के पट्टे को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। गांव के छात्र शुभम पटेल तालाब में मछली पालन कर अपनी पढ़ाई और परिवार का खर्च चला रहे थे, लेकिन अब उनका पट्टा रद्द कर दिया गया है।
शुभम ने तहसीलदार को दी गई शिकायत में कहा कि लेखपाल ने उनकी वार्षिक आय 50,000 रुपये दर्शाई है। विवादित तालाब खाता संख्या 00610, आराजी नंबर 665 का क्षेत्रफल 0.7530 हेक्टेयर है। छात्र का आरोप है कि जिस व्यक्ति को नया पट्टा आवंटित किया गया है, उसके पास दो मंजिला मकान और आर्टिगा कार है, फिर भी उसकी आय मात्र 45,000 रुपये दिखाई गई है।
बेरोजगार छात्र शुभम का कहना है कि वह अध्ययनरत हैं और तालाब पट्टा उन्हें ही मिलना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि लेखपाल की कार्रवाई असंवैधानिक और कानूनी रूप से गलत है।
इस मामले पर कार्यवाहक तहसीलदार राधेश्याम यादव ने कहा कि उन्हें अभी तक कोई प्रार्थना पत्र नहीं मिला है। यदि आवेदन प्राप्त होता है तो मामले की जांच कराई जाएगी। वहीं, लेखपाल संदीप ने कहा कि आय प्रमाण पत्र व्यक्ति की हैसियत के आधार पर जारी किए जाते हैं। तालाब पट्टा निरस्त होने के कारण की जानकारी उन्हें नहीं है।
