वाराणसी
तहसील बार असोसिएशन की बैठक में न्यायिक प्रक्रिया में सुधार की मांग
उप जिलाधिकारी के रवैये पर विरोध
वाराणसी जिले के राजातालाब तहसीलबार एसोसिएशन ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की, जिसमें पूर्व बार अध्यक्ष बच्चालाल यादव के प्रस्ताव पर बेंचों के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। इस बैठक का संचालन कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार विश्वकर्मा और अध्यक्षता बार के अध्यक्ष मुखराज प्रजापति ने की। बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि तहसील के सभी न्यायालयों में प्रक्रिया का सही ढंग से पालन नहीं किया जा रहा है, जिससे न्यायिक कामकाज प्रभावित हो रहा है। बैठक में यह भी तय हुआ कि जो तिथियां पत्रावली में निर्धारित हैं, उसी पर सुनवाई होनी चाहिए।
इसके तहत आज पूरे दिन न्यायिक कार्यों से विरत रहने का प्रस्ताव पारित किया गया और सभी न्यायालयों को इस संबंध में ज्ञापन भेजा गया। हालांकि, उप जिलाधिकारी राजातालाब ने इस प्रस्ताव को दरकिनार कर जबरदस्ती न्यायालय चलाने का प्रयास किया, जिससे अधिवक्ताओं में भारी नाराजगी फैल गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए थाना अध्यक्ष राजातालाब ने अतिरिक्त फोर्स तैनात किया। जब सभी अधिवक्ताओं ने इस फैसले का विरोध किया, तो एसीपी राजातालाब अजय कुमार श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे और स्थिति को समझाने का प्रयास किया।
अधिवक्ताओं ने एक स्वर में उप जिलाधिकारी से आकर अपनी गलती स्वीकार करने की मांग की और बिना सुनवाई के सुरक्षित की गई पत्रावलियों को पुनः सही तिथियों में लाने की अपील की। बाद में उप जिलाधिकारी सई आश्रीत साखमुरी, तहसीलदार संत विजय सिंह और एसीपी राजातालाब की मौजूदगी में अधिवक्ताओं की मांगें स्वीकार कर ली गईं, जिसके बाद धरना समाप्त हुआ।
धरना स्थल पर मौजूद प्रमुख अधिवक्ताओं में चंद्रशेखर उपाध्याय, मुखराज प्रजापति, विजय कुमार भारती, धीरेंद्र प्रताप सिंह, प्रदीप कुमार सिंह, आनंद कुमार पांडे, और काशीनाथ सिंह सहित सैकड़ों अधिवक्ताओं ने भाग लिया।