गोरखपुर
गोरखपुर में जल्द लगेंगे 20 ईवी चार्जिंग स्टेशन, शहर को मिलेगी हरित रफ्तार
टाटा और निटकाॅन कंपनियों को सौंपी गई जिम्मेदारी, नगर निगम ने दी मंजूरी
गोरखपुर। शहर को प्रदूषण मुक्त और हरित परिवहन के पथ पर आगे बढ़ाने के लिए नगर निगम ने बड़ा कदम उठाया है। नगर निगम अब इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग स्टेशनों का एक व्यापक नेटवर्क विकसित करने जा रहा है। इसके तहत शहर के लगभग 20 प्रमुख स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे।
इस परियोजना के लिए टाटा और निटकाॅन (Nitcon) कंपनियों को भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। दोनों कंपनियों ने इसके लिए आवेदन किया था, जिसे नगर निगम सदन से स्वीकृति भी मिल चुकी है।
नगर निगम के अनुसार, चार्जिंग स्टेशन संचालन के बदले दोनों कंपनियाँ निगम को प्रति यूनिट बिजली के हिसाब से एक रुपये का भुगतान करेंगी।
ई-वाहन चालकों को बड़ी राहत
शहर में ई-रिक्शा, इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर और फोर-व्हीलर की संख्या लगातार बढ़ रही है। चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना से न केवल वाहन मालिकों को सुविधा मिलेगी, बल्कि लोगों को ईवी अपनाने के लिए प्रोत्साहन भी मिलेगा।
चार्जिंग स्टेशनों के लिए नगर निगम ने तीन प्रमुख मार्गों को चिह्नित किया है नौसड़ से एयरपोर्ट मार्ग, मोहद्दीपुर से महेसरा मार्ग और असुरन से गुलरिहा रोड प्रमुख है।
इन व्यस्त मार्गों पर चार्जिंग स्टेशनों की उपलब्धता से ई-वाहन चालकों की ‘रेंज एंग्जायटी’ की समस्या कम होगी और लंबी दूरी तय करना आसान हो जाएगा।
केंद्र सरकार की पीएम ई-ड्राइव योजना से जुड़ी परियोजना
गोरखपुर में प्रस्तावित यह परियोजना प्रधानमंत्री ई-ड्राइव योजना का हिस्सा है, जिसके तहत देशभर में 72,000 सार्वजनिक ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं। इस योजना पर केंद्र सरकार 2,000 करोड़ रुपये खर्च कर रही है।
अपर नगर आयुक्त निरंकार सिंह ने बताया कि नगर निगम का मुख्य उद्देश्य शहर को स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बनाना है। ई-वाहनों को बढ़ावा देने से न केवल प्रदूषण कम होगा, बल्कि गोरखपुर को हरित शहर के रूप में नई पहचान मिलेगी।
