खेल
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में योगासन की प्रतियोगिता एक जून से
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स
थ्री लेयर वाली एरिना तैयार, योग के नौ प्रमुख आसनों का होगा प्रदर्शन
बुधवार तक पहुंची सभी टीमें, 17 विश्वविद्यालयों के 102 एथलीट्स तीन दिनों तक दिखाएंगे अपना कौशल
31 जजों का पैनल योगा एथलीटों पर रखेगा अपनी पैनी नजर, फैसले के खिलाफ परफॉर्मेंस रिव्यू का भी मिलेगा मौका
वाराणसी। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में एक से तीन जून तक आईआईटी बीएचयू के रमेश श्रीनिवासन स्मृति स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर के इनडोर हाल में योगासन प्रतियोगिता का आयोजन होगा। मंगलवार को प्रतियोगिता की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। 12 मीटर गुणे 12 मीटर के थ्री लेयर वाले एरिना में 17 विश्वविद्यालयों के कुल 102 योगासन एथलीट अपना योग कौशल दिखाएंगे। तीन दिनों तक चलने वाली प्रतियोगिता में नेशनल योगासन फेडरेशन के अलावा यूपी योगासन फेडरेशन के भी प्रतिनिधि निर्णायक की भूमिका में नजर आएंगे। देश भर के टॉप 31 जज प्रतियोगिता के दौरान योगा एथलीटों पर अपनी पैनी नजर बनाए रखेंगे।
नेशनल योगासन फेडरेशन से जुडे़ श्रेयस मारकंडे के अनुसार प्रतियोगिता के लिए एरिना तैयार हो चुकी है। खिलाड़ियों का आगमन हो चुका है। बुधवार की दोपहर तक सभी टीमें यहां पहुंच गईं। बुधवार की शाम प्रतियोगिता स्थल पर प्रतिभागी टीमों के कोच मैनेजर और कप्तानों की बैठक हुई। इस बैठक में प्रतिनिधियों को खेल के नियमों से अवगत कराया गया। मारकंडे ने बताया कि यदि किसी टीम को जज के फैसले पर आपत्ति होगी तो वह निर्णय के 30 मिनट के अंदर प्रोटेस्ट फार्म भरकर परफॉर्मेंस रिव्यू के लिए अपील कर सकते हैं। समय अवधि बीत जाने के बाद कोई अपील स्वीकार नहीं होगी।
बकौल श्रेयस एक.एक योगासन एथलीट टीम पर 11 निर्णायकों की पैनी नजर रहेगी। सॉफ्टवेयर आधारित माइक्रो सिस्टम से भी एथलीटों पर नजर रखी जाएगी। योगासन एथलीटों की एकाग्रता और प्रस्तुतीकरण पर निर्णायकों का विशेष फोकस होगा। बताया कि महिला और पुरुष को मिलाकर कुल 17 टीम होंगी और प्रत्येक टीम में छह-छह योगा एथलीट होंगे। प्रतियोगिता के दौरान टीम को सूर्य नमस्कार से शुरूआत करनी होंगी। इसके आलावा प्रतियोगिता के दौरान पांच अनिवार्य और चार वैकल्पिक आसन करने होंगे। इसी के आधार पर उन्हें अंक दिए जाएंगे। अंकों निर्धारण तीन आधार किया जाएगा। इसमें खिलाड़ी के योगासन आरंभ व समाप्त करने, योगासन के दौरान उसकी स्थिरता व चेहरा का भाव भी शामिल होगा। प्रतियोगिता के आयोजन से जुड़े उत्तर प्रदेश योगासन एसोसिएशन के सचिव आशीष टंडन के अनुसार 11 जज योग एथलीटों की हर हरकत पर नजर रखेंगे। डिफिकल्टी जज खिलाड़ी की स्थिरता देखेंगे तो इवोल्यूशन जज उसके चेहरे के भाव पर नजर बनाए रखेंगे। योगासन के दौरान एथलीट के चेहरे पर शांति के भाव होने चाहिए। एथलीट का ध्यान इधर-उधर भटकने पर टीम का अंक कट जाएगा। इसी तरह तय समय तक स्थिरता से योगासन नहीं करने पर भी अंक काटे जाएंगे।
सूर्य नमस्कार के लिए नहीं होगी कोई समय सीमा
स्पर्धा के दौरान योग एथलीट टीम की सूर्यनमस्कार के लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं है जबकि पांच अनिवार्य आसन के लिए एक मिनट और चार वैकल्पिक आसन के लिए 30 सेकेंड का समय निर्धारित किया गया है। इस दौरान जजों की कड़ी नजर योगा एथलीटों पर रहेगी। कुल मिलाकर एक योगासन एथलीट टीम को नौ अलग-अलग आसन करना होगा और उसमें उनके अंक दिए जाएंगे। प्रतियोगिता के दौरान हर योग टीम के लिए सूर्य नमस्कार अनिवार्य होगा। इसके बाद पांच आसन सर्वांगासन, पुर्ण धनु आसन, गरुण आसन, कर्णपिंड आसन, पश्चिमोत्तानासन करना अनिवार्य होगा। इसके बाद पुरुषों के लिए मयूरासन पद्म भकास, हनुमान आसन, टिट्टिभासन, पूर्ण चक्रासन, सेतुबंध सर्वांगासन, ओमकार आसन, पुर्ण शलभासन, वृश्चिकासन में से कोई चार आसान करना होगा। इसी तरह महिलाओं की योगा टीम को भी सूर्य नमस्कार व पांच आसन करना अनिवार्य होगा। वह भी चार वैकल्पिक आसनों में से कोई चार आसन अपनी इच्छा के अनुसार चुन सकती हैं।
योगासन का आरंभ और समाप्त करने का तरीका दिलाएगा अंक
प्रतियोगिता के दौरान योग एथलीट टीमों को 11 जज अंक देंगे और इन जजों के अंकों के योग से पदक का निर्धारण किया जाएगा। प्रत्येक जज को एक से 10 अंकों के आधार पर अपना फैसला लेंगे। अंकों का निर्धारण तीन आधार पर किया जाएगा। इसमें एथलीटों का योगासन आरंभ व समाप्त करने योगासन के दौरान उसकी स्थिरता व चेहरा का भाव भी शामिल होगा। प्रतियोगिता के आयोजन से जुड़े उत्तर प्रदेश योगासन एसोसिएशन के सचिव आशीष टंडन के अनुसार 11 जज योग एथलीटों की हर हरकत पर नजर रखेंगे। डिफिकल्टी जज खिलाड़ी की स्थिरता देखेंगे तो इवोल्यूशन जज उसके चेहरे के भाव पर नजर रखेंगे। योगासन के दौरान खिलाड़ी के चेहरे पर शांति के भाव होने चाहिए ऐसे नहीं होने या उसका ध्यान इधर.उधर भटकने पर अंक काट दिए जाएंगे। इसी तरह तय समय तक स्थिरता से योगासन नहीं करने पर भी अंक काटे जाएंगे।