वाराणसी
उषा भारती को श्रद्धांजलि

रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी: डॉ उषा भारती एक संवेदनशील और विदुषी अध्यापिका थीं उन्होंने अपने व्यक्तित्व के द्वारा न सिर्फ विभागीय प्रतिष्ठा की वृद्धि की अपितु मनुष्यता के संसार में भी अप्रितम योगदान दिया। उक्त वक्तब्य हिंदी और अन्य भारतीय भाषा के विभागाध्यक्ष प्रो.निरंजन सहाय ने प्रकट किया वह डॉ. उषा भारती के असमायिक निधन पर अपनी संवेदना प्रकट कर रहे थें प्रो. सहाय ने डॉ भारती के चुंबकीय व्यक्तित्व के विभिन्न पक्षों पर प्रकाश डाला।
डॉ विजय रंजन ने कहा कि डॉ उषा भारती का व्यक्तित्व बहुआयामी एवं प्रेरणादायी था तथा साथ ही उनकी अनेक उपलब्धियां बतायीं।
इस शोक सभा में हिंदी और अन्य भारतीय भाषा के विभागाध्यक्ष प्रो.निरंजन सहाय, प्रो.राज मुनि,
प्रो.रामाश्रय सिंह, प्रो.अनुकूल चंद्र राय, एसोसिएट प्रो.अविनाश सिंह, एसोसिएट प्रो.प्रीति, डॉ विजय रंजन, डॉ सुरेंद्र प्रताप सिंह एवं विद्यार्थी गढ़ में मनीष, वरुणा, राहुल, अभिषेक, प्रियंका, रागिनी, रितु, सीता, अंजना, रेनू एवं समस्त शोध छात्र /छात्राएं शामिल थें।