वाराणसी
उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता बेहद जरूरी

रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
एड्स रोगियों के साथ हो समानता का व्यवहार, न हो किसी प्रकार का भेदभाव
एचआईवी/एड्स नियंत्रण को लेकर सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन
वाराणसी। ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस – एक्वायर्ड इम्यूनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम (एचआईवी/एड्स) के प्रति समुदाय को जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग निरंतर प्रयासरत है। इसी क्रम में शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में बौलिया लहरतारा स्थित टार्गेटेड इंटेर्वेंशन (टीआई) मानव गौरव निर्माण संस्थान कार्यालय में एचआईवी/एड्स नियंत्रण को लेकर सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन यूपी स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी (यूपी सैक्स) के लक्षित हस्तक्षेप परियोजना के अंतर्गत किया गया।
जिला एचआईवी/एड्स नियंत्रण व क्षय रोग अधिकारी डॉ पीयूष राय के नेतृत्व में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि इसका उद्देश्य एचआईवी/एड्स की रोकथाम के लिए निरंतर प्रयास करना है। उन्होंने कहा किसी पुरुष या महिला को एड्स की पुष्टि होने पर उसका तत्काल उपचार शुरू किया जाना चाहिए, साथ ही उससे किसी और को यह बीमारी न हो, इसका भी विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा एचआईवी/एड्स रोगी से समानता का व्यवहार किया जाए और कोई दुर्व्यवहार न हो। उन्होंने कहा कि एचआईवी पॉज़िटिव महिला कर्मी को हॉस्पिटल से मिलने वाली समस्त सुविधाएं टार्गेटेड इंटेर्वेंशन (टीआई) के आउटरीच कर्मियों द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। साथ ही यूपी सैक्स द्वारा प्राप्त कंडोम निःशुल्क वितरित किये जाते हैं, जिससे कंडोम का प्रयोग कर एचआईवी/एड्स को फैलने से रोका जा सके। इसके लिए टीआई निरन्तर प्रयास कर रही है।
डॉ पीयूष ने कहा कि एचआईवी-एड्स लाइलाज बीमारी है। इसकी रोकथाम के लिए बचाव ही एकमात्र उपाय है। इसके लिए लोगों को जागरूक होना जरूरी है। एड्स के प्रति सामाजिक मिथकों को दूर करना, आहार, पोषण, स्वच्छता और स्वस्थ जीवन शैली के लिए युवाओं को प्रेरित होने की ज़रूरत है। एचआईवी-एड्स के मरीजों से सार्वजनिक स्थलों जैसे दफ्तर, स्कूल आदि जगहों पर भेदभाव न किया जाए। यह छूने या बात करने से नहीं फैलता है।
मानव गौरव निर्माण संस्थान में उच्च जोखिम क्षेत्र वाले लोगों को कई तरीके की सुविधाएं जैसे एचआईवी जांच, सिफलिस की जांच, वीडीआरएल जांच, टीबी की जांच, सामान्य जांच आदि की प्रदान की जाती हैं। उन्हें कंडोम भी उपलब्ध कराए जाते हैं। उनका राशन कार्ड, आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड बनवाने की भी सुविधा दी जाती है। कार्यक्रम में प्रोजेक्ट डायरेक्टर हरिश्चन्द्र वर्मा, बीएचयू से प्रतिभा पांडेय, सोनी, सुरेन्द्र, एसएसपीजी चिकित्सालय से वंदना, अलका, मनीषा, मनीष, डीडीयू चिकित्सालय से सुष्मिता, राजेश ने एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूक किया।
कार्यक्रम का संचालन संस्था के डॉ नंद किशोर ने किया। इस मौके पर प्रोजेक्ट मैनेजर साक्षी गुप्ता, दिशा फ़ाउंडेशन के प्रबन्धक संजय सिंह, एआईएमएस के रिसर्च अस्सिटेंस अजितेश कुमार राय, प्रगति पथ फाउंडेशन व उमाकान्त सर्विस फाउंडेशन के प्रबन्धक, लैब टेकनीशियन एवं अन्य लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम में मानव गौरव निर्माण संस्थान के समस्त स्टाफ ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।