वाराणसी
सड़क चौड़ीकरण में भारत माता मंदिर को पीडब्ल्यूडी ने किया धराशायी, पूर्व मुख्यमंत्री ने कसा तंज

वाराणसी। मोहनसराय लहरतारा सिक्स लेन सड़क चौड़ीकरण में बाधक बने रहे भारत माता मंदिर को पीडब्ल्यूडी द्वारा जेसीबी लगाकर तोड़ दिया गया। इसे गांधी चबूतरा के नाम से भी जाना जाता था।
पीडब्ल्यूडी विभाग के जेई सुंदर कुमार मिश्रा कार्यदाई संस्था के सुपरवाइजर लक्ष्मी नारायण और रोहनिया व्यापार मंडल के अध्यक्ष दशमी यादव व स्थानीय व्यापारियों के बीच बातचीत हुई की सड़क चौड़ीकरण हो जाने के बाद गंगापुर मार्ग परमानंदपुर मार्ग के तिराहे पर एक छोटा सा गांधी स्मारक स्थापित किया जाएगा। जिस पर स्थानीय व्यापारियों की सर्वसम्मति से पुनः जेसीबी लगाकर गांधी स्मारक को एक ही पल में धराशायी कर दिया गया।
स्थानीय व्यापारियों ने बताया कि, “1968 में हम सभी ने पीडब्ल्यूडी विभाग से लड़कर 55 साल पहले भारत माता मंदिर को स्थापित कराया था। आज अपने ही आंखों के सामने टूटते हुए देख बहुत दुख हो रहा है। वहीं चौराहे पर लगे सोलर स्ट्रीट लाइट, जो कि ढाई लाख रुपए की लागत से लगाई गई थी। उसे भी विभाग द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया।”
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कसा तंज –
वहीं इस मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर बीजेपी सरकार पर तंज करते हुए लिखा कि, “काशी के प्रतीक चिन्हों को विकास के नाम पर तोड़कर भाजपा सरकार क्या वाराणसी की विरासत को ही खंडित कर देना चाहती है। अब रोहनिया में 55 साल पहले 1968 में बने गांधी चबूतरा व भारत माता मंदिर को चौड़ीकरण के नाम पर तोड़ दिया गया है। अगर ‘क्योटो’ इतिहास की धरोहर को धूल में मिलाकर बनना है तो परंपरा प्रेमी काशीवासियों के बीच इसके लिए एक सार्वजनिक जनमत करा लेना चाहिए।”