चन्दौली
मौनी अमावस्या पर आस्थावानों ने लगायी बलुआ तट पर पुण्य की डुबकी
चहनियां (चंदौली) जयदेश। मौनी अमावस्या (माघ मेला) के अवसर पर बलुआ स्थित पश्चिम वाहिनीं गंगा तट पर आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। लाखों श्रद्धालुओं ने पतित पावनी मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। गंगा घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी ज्यादा थी कि घाट खचाखच भरा हुआ था। भोर से शुरू होकर दोपहर तक स्नान और दान का सिलसिला जारी रहा।
स्नान के लिए उमड़ी भीड़ गंगा तट पर स्नानार्थियों का क्रम सुबह से ही शुरू हो गया था। गंगा घाट, राम घाट और सराय स्नानार्थियों से पट गए थे। लाखों श्रद्धालु पश्चिम वाहिनीं घाट पर स्नान के बाद “हर हर गंगे, हर हर महादेव” के उद्घोष के साथ गूंजायमान हो गए। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने साधु संतों और भिक्षुओं को दान पुण्य किया। इस दौरान प्रशासन द्वारा सुरक्षा और व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए थे।
सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान जिलाधिकारी निखिल टी फुडे के निर्देशों पर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया गया। गंगा घाट के समीप रैन बसेरा, अस्थायी शौचालय और महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम बनाए गए थे। घाट पर बैरिकेटिंग की गई थी और पुलिस, एनडीआरएफ, जल पुलिस और गोताखोरों की टीम ने नावों के माध्यम से घाट पर चक्रमण किया। चहनियां से बलुआ घाट तक उपजिलाधिकारी अनुपम मिश्रा, क्षेत्राधिकारी रघुराज और बलुआ इंस्पेक्टर डॉ. आशीष मिश्रा के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात था।
सामाजिक संगठनों की सक्रियता मौनी अमावस्या पर बलुआ गंगा घाट पर स्नानार्थियों की सेवा में कई सामाजिक संगठनों की सक्रियता भी देखने को मिली। इन संगठनों ने स्टाल लगाकर स्नानार्थियों को मदद पहुंचाई। गंगा सेवा समिति के अध्यक्ष दीपक जायसवाल ने मेला का संचालन किया और खोया पाया व अन्य सूचनाओं का माइक के द्वारा प्रसारण किया। साथ ही घाट पर कई संस्थाओं ने श्रद्धालुओं को निशुल्क चाय वितरित की।
मेले का आनंद बलुआ पश्चिम वाहिनीं गंगा तट पर आयोजित माघ मेला में श्रद्धालुओं के अलावा व्यापारियों की भी भारी भीड़ थी। बाल्मीकि इंटर कालेज के फील्ड पर सबसे ज्यादा भीड़ देखी गई। यहां पत्थर की ओखली, जाता, सील, लोढ़ा, मसूर आदि की खूब बिक्री हुई। वहीं महिलाओं ने गुड़हिया, जलेबी, चाट, पकौड़ी, मिष्ठान और सृंगार की दुकानों पर जमकर खरीददारी की। बच्चों और परिवारों ने मेले का पूरा आनंद लिया और इसका जमकर लुत्फ उठाया।